किशनगंज /रणविजय
किशनगंज एसपी कुमार आशीष लॉकडाउन के शुरूआती दौर से ही जिला वासियों से कोविड-19 यानि कोरोना संक्रमण महामारी के उत्पन्न खतरे से बचाव आदि के तरीकों पर अमल फरमाने उसे अपनाने और हरपल सावधानी सतर्कता बरतने की अपील करते चले आ रहे हैं।चाहे प्रिंट मीडिया हो, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया हो या फिर सोशल मीडिया सभी माध्यमों के जरिए वे पूरी चेष्टा और उम्मीद के साथ जिले वासियों में इस महामारी के खिलाफ जन जागरूकता फ़ैलाने की दिशा में हरदम कदम आगे बढ़ाए हुए हैं।इसी क्रम में एकबार पुनः एसपी श्री आशीष मंगलवार के दिन एक सन्देश के जरिए लोगों से सावधान सतर्क रहने की पुरजोर अपील की है। आइए जानिए क्या कुछ कहा है अपने सन्देश के जरिए एसपी कुमार आशीष।
बीती रात से किशनगंज जिले में कोरोना संक्रमित के कुल 17 नए मामले सामने आए हैं। सभी प्रवासी श्रमिक बंधु है। जिले में कोरोना संक्रमित मरीज की संख्या वर्तमान में कुल 31 हुई ,जिसमें से 14 ठीक होकर घर जा चुके हैं. वर्तमान में सिर्फ यही 17 नए केस जो आये हैं, वही एक्टिव केस है तथा बेहतर सुविधाओं के साथ एमजीएम केयर सेण्टर में इलाजरत हैं।

तीन दिन पहले जांच के लिए मजदूरों का सैम्पल भेजा गया था। सोमवार की देर रात्री संक्रमित मजदूरों का जांच रिपोर्ट एक्टिव आया। सनद रहे की बाहर से हज़ारों की संख्या में प्रवासी श्रमिक बन्धु जिले में प्रवेश कर चुके हैं एवं वर्तमान में भी यह सिलसिला जारी है। उनके स्वास्थ्य की जांच, खान-पान एवं देखभाल के लिए करीब 327 क्वारंटाइन केंद्र जिला प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे हैं. दूसरे राज्यों से आने वाले हमारे प्रवासी मजदूर भाई जिला प्रशासन से छुपकर एवं बिना जांच कराए अपने अपने घरों को ना चलें जाए, इसका ध्यान प्रशासन रख रहा है, आप भी इसकी सूचना अविलम्ब हमें दें. गाँव-समाज में बिना जांच कराये और क्वारंटाइन किये व्यक्ति को ना रहने दें,ये प्रवृति यकीनन मजदूरों के परिवार, समाज एवं सभी जिला वासियों के लिए घातक साबित हो सकती है। इसलिए किशनगंज जिले के सभी निवासियों को बहुत ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है एवं अत्यंत जरूरत पड़ने पर ही अपने घरों से बाहर निकले। विभिन्न शर्तों पर दूकान बाज़ार खुल गए हैं पर अपनी हिफाज़त करना आपके हाथ ही है. प्रशासन के बताये गए सभी नियमों का पालन करें, सतर्कता और विशेषकर दो-गज-की-दूरी-है-जरुरी जैसे नियम ही कोरोना से बचाव के सशक्त माध्यम है. कोरोना की गंभीरता को समझें, लापरवाही भारी पड़ सकती है.
सतर्क रहें.. सावधान रहें.. सुरक्षित रहें…अफ़वाहों से दूर रहें।