बिहार /डेस्क
दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान मुंगेर में पुलिस फायरिंग में एक युवक की मौत के मामले को लेकर गुरुवार को एक बार फिर लोगों का आक्रोश फूट पड़ा और सैकड़ों की संख्या में आक्रोशित भीड़ ने पहले पुलिस अधीक्षक कार्यालय में भारी तोड़फोड़ की और कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया साथ ही एसडीओ आवास में भी उग्र भीड़ के द्वारा तोड़ फोड़ की गई . वही भीड़ ने शहर के पूरबसराय ओपी के सामने पुलिस वाहन को आग के हवाले कर दिया.
मालूम हो कि सोमवार की रात को मुंगेर में विसर्जन करने जा रहे लोगो को पुलिस ने बुरी तरह पीटा था साथ ही फायरिंग में एक युवक कि मौत हो गई थी और दर्जनों लोग घायल हो गए थे ।जिसके बाद पूरे देश में मुंगेर पुलिस की निन्दा की जा रही थीं।यही नहीं ट्विटर पर भी मुंगेर घटना ट्रेंड कर रहा था ।
मालूम हो कि घटना के बाद से पुलिस और सरकार से नाराज लोगों ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन कार्रवाई नहीं होने के बाद अब लोगों ने उग्र रूप अख्तियार कर लिया है.फिलहाल उपद्रव और आगजनी की घटना के बाद शहर का माहौल काफी तनावपूर्ण है. वहीं चुनाव आयोग ने मुंगेर के एसपी और डीएम दोनों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है साथ ही अन्य पुलिस कर्मियों को भी लाइन हाज़िर किया गया है ।
सवाल उठता है कि आखिर तीन दिन बाद जब लोग आक्रोशित हो गए तब यह करवाई क्यो की गई ।क्योंकि जिस तरह की हरकत मुंगेर पुलिस के द्वारा कि गई वो कहीं से भी जायज नहीं था कि बिना किसी चेतावनी के भीड़ पर फायरिंग कर दी जाती ।अगर यह करवाई पूर्व में हो जाती तो शायद आज जो भीड़ उग्र हुई है वो नहीं होता ।