राजेश दुबे
पटना : अब दैनिक आर्यावर्त समाचार पत्र बिहार में ईमानदार, निष्पक्ष और बेबाक पत्रकारिता करेगा। बिहार के प्रबुद्ध पाठकों की प्रेरणा से अखबार प्रबंधन (भोपाल, मध्य प्रदेश) ने वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण गोविन्द को उत्तर बिहार की जिम्मेदारी सौंपी है। श्री गोविन्द उत्तर बिहार के स्थानीय संपादक बनाए गए हैं। यहां बता दें कि श्री गोविन्द न्यूज लेमनचूस के भी अतिथि संपादक हैं।
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वे दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर, प्रभात खबर सहित विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं से पूर्व में जुड़े रहे हैं। फिलवक्त वे सुपौल में रहकर मीडिया हाउस चला रहे हैं, जिसके वे सीएमडी हैं। संभवतः यह मीडिया क्षेत्र में देश में पहला प्रयोग है, डिजिटल,प्रिंट और चैनल के अनेक माध्यम द्वारा एक साथ जनता की आवाज को श्री गोविन्द बुलंद कर रहे हैं। गौरतलब हो कि उनकी अपनी एक कंपनी भी है, अतिउत्कर्ष मीडिया वेंचर प्राइवेट लिमिटेड, जिसके वे डायरेक्टर हैं। वेबसाइट पर आंदोलन न्यूज के साथ ही यूट्यूब चैनल के भी वे मालिक हैं। फिलवक्त वे आंदोलन के नाम से अखबार निकालने की योजना पर भी काम कर रहे हैं।
श्री गोविन्द ने बताया कि अब सुपौल छोड़ने का सवाल ही नहीं उठता। जो भी होगा मीडिया हाउस से ही होगा। यहां यह भी बता दें कि निर्भीक पत्रकारिता के कारण उनपर तीन-चार बार जानलेवा हमला भी हो चुका है। सभी स्वीकारते हैं कि निडरता का नाम ही प्रवीण गोविन्द है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सच लिखते आए हैं, लिखते रहेंगे। उन्होंने माना कि प्रतिपक्ष में जब नेता रहते हैं तो मीडिया से अच्छा संबंध रहता है। सत्ता में पहुंचते ही संबंध खराब हो जाता है। एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि
टुकड़ों टुकड़ों में इधर – उधर फैली सूचनाओं व जानकारियों को सिलसिलेवार ढंग से सही पर्सपेक्टिव के साथ हम पाठकों के सामने रखेंगे। जो काम करने से मेनस्ट्रीम मीडिया कतराता है , वे सब बातें – मुद्दे – जानकारियां जो अखबारों व न्यूज चैनलों से गायब हैं लेकिन हमारी जिंदगी , हमारे समाज , हमारे प्रदेश व देश के लिए महत्वपूर्ण है।
हमारी टीम की कोशिश होगी उन बातों , मुद्दों व जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाने की। बोले, हमारा मानना है कि पत्रकारिता समाज के लिए होती है , किसी व्यक्ति या समूह विशेष के लिए नहीं। यहां यह भी बता दें कि श्री गोविन्द जहां प्रेस क्लब ऑफ इंडो-नेपाल के संस्थापक अध्यक्ष हैं वहीं जर्नलिस्ट मीडिया काउंसिल के राष्ट्रीय सचिव के साथ ही उत्तर प्रदेश, झारखंड व बिहार के प्रदेश प्रभारी भी हैं।
*न्यूज लेमेनचूस की तरफ से ढेर सारी शुभकामनाएं…
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ऐसे में जबकि आज की तारीख में पत्रकारिता में भी पत्रकार सिद्धांतों से समझौता करने लगे हैं। लाभ-हानि को ध्यान में रखकर पत्रकारिता करते हैं। लेकिन; कोसी-सीमांचल-व मिथिलांचल की धरती पर इससे अलग हटकर एक नाम है वह है प्रवीण गोविन्द का। अपने लंबे सामाजिक जीवन में वे न तो कभी टूटे हैं और ना ही कभी झुके हैं। कोई समझौता नहीं। खुद की शर्त पर पत्रकारिता की। सिद्धांत से कभी समझौता नहीं किया।
कभी लाभ-हानि को ध्यान में रख कर पत्रकारिता नहीं की। यही कारण रहा कि कभी अर्श पर रहे तो कभी फर्स पर भी। उनको जानने वाले बताते हैं कि पॉकेट में सदा त्यागपत्र रखने वाले प्रवीण गोविन्द को जब कभी ऐसा लगा कि बात स्वाभिमान की है उन्होंने तुरंत त्यागपत्र दे डाला। ऐसा एक बार नहीं, कई बार उन्होंने पीएफ कटते हुए त्यागपत्र दिया है। पत्रकारों के लिए मजबूती के साथ लड़ने वाले पत्रकारों का अगर नाम लिया जाए तो उनमें प्रवीण गोविन्द का नाम हम सम्मान से ले सकते हैं। श्री गोविन्द को न्यूज लेमेनचूस की तरफ से ढेर सारी शुभकामनाएं…।
