त्योहारों पर बड़ी संख्या में महिलाएं निकलती है बाजार.
अररिया /बिपुल विश्वास
फारबिसगंज थाना क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों में महिलाओं के साथ छिनतई की घटनाओं में इजाफा हुआ है. त्योहारों का मौसम आने के साथ ही इस प्रकार की घटनाओं में इजाफा देखा जा रहा है. पिछले एक हफ्ता में लगातार छितई की घटनाओं का पुलिस प्रशासन उद्भेदन करने में विफल नजर आ रही है. जानकारों की मानें तो फारबिसगंज में बीते एक सप्ताह के अंदर हुई छिनतई की कई घटनाएं हुई जिसमें मुख्य रूप से 5 अक्टूबर 2023 को कॉलेज चौक के समीप सिमराहा निवासी आशा कर्मी अनीता देवी का बाइक पर सवार दो बदमाश बैग छीनकर भाग गए.
वही 7 अक्टूबर 2023 को कॉलेज चौक के ही समीप जोगबनी निवासी शिक्षिका बिंदु कुमारी का बैग छीनकर दो अपराधी भाग गए। शिक्षिका गिरकर गंभीर रूप से घायल भी हो गई.जबकि 7 अक्टूबर 2023 को ही ली एकेडमी के समीप कोचिंग पढ़ाकर लौट रही एक शिक्षिका का मोबाइल छीनकर बाइक सवार बदमाश भाग गए.
8 अक्टूबर 2023 को बियाडा ग्लूकोस फैक्ट्री के समीप मधुरा दक्षिण नरपतगंज निवासी शिक्षिका सिंधु कुमारी का बैग छीनकर दो बदमाश भाग गए.
10 अक्टूबर 2023 को सिरसिया फोरलेन के समीप सेवानिवृत शिक्षिका ठीलामोहन निवासी मीरा कुमारी का बाइक सवार दो बदमाश बैग छीनकर भाग गए जिसमें शिक्षिका गंभीर रूप से घायल हो गई.
10 अक्टूबर 2023 को ही कॉलेज चौक के समीप एसबीआई बैंक विशेष कार्य के लिए जा रही एक छात्रा का बाइक पर सवार दो बदमाश मोबाइल छीनकर भाग गए. शामिल हैं. लगातार छितई की घटनाओं से लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है.
स्थानीय लोगों की मानें तो फारबिसगंज में छिनतई की घटना रोकने में पुलिस विफल साबित हो रही है. जिस कारण अपराधियों का मनोबल लगातार बढ़ा हुआ है. शहर में ऐसी स्थिति हो गई है कि अपराधी बाइक पर सवार होकर बैखौफ दिनदहाड़े अब छिनतई की घटना को अंजाम देने लगे हैं.फारबिसगंज पुलिस वाहन चेकिंग के नाम पर सुभाष चौक पर लगातार जांच अभियान चला रही है. इस के बावजूद अपराधियों के बढ़े हुए मनोबल एवं पुलिस की असफलता के कारण लोगों में असुरक्षा की भावना उत्पन्न होने लगी है.
शहर में हुए ताजा घटनाक्रमों पर नजर डाले तो बीते एक सप्ताह के अंदर आधा दर्जन से अधिक छिनतई की घटना हो चुकी है.जानकार सूत्रों की मानें तो कई ऐसे मामले हैं जो थाना तक नहीं पहुंचता है.शहर के कई स्थानों पर नगर परिषद के द्वारा सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं, बावजूद अपराधियों की पहचान अब तक नहीं हो पाई है. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है शहर के ऐसे कई महत्वपूर्ण स्थान है जहां पर और सीसीटीवी कैमरे लगाने की जरूरत है.
शाम को बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं विभिन्न कोचिंग सेंटर से पढ़ाई कर अपने-अपने घर जाती है. ऐसे मुख्य मार्ग पर पुलिस गस्त तेज करना जरूरी है.जानकारों की माने तो अपराधी जिस प्रकार दिनदहाड़े घटनाओं को अंजाम दे रहे है उससे तो यही प्रतीत होता है कि घटना को अंजाम देने वाले अपराधियो के मन में पुलिस का भय जरा भी नहीं है.शहर के अलग अलग इलाकों में कभी मोबाइल, कहीं महिलाओं से बैग छिनतई की घटना घट रही है. लेकिन अपराधियो तक पहुंच पाने में पुलिस सफल नहीं हो पा रही है.हालांकि फारबिसगंज अनुमंडल के तेज तर्रार एसडीपीओ खुसरु सिराज, थानाध्यक्ष आफताब आलम समेत अन्य पुलिस अधिकारियों से शहर के लोगों को काफी उम्मीदें है. लेकिन अपराधिक घटना के बाद पुलिस तो केस दर्ज कर रही है मगर पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं. जरुरत है लगातार हो रही घटनाओं पर अंकुश लगाने की और शहर में पुलिस गस्त तेज करने की.
