फारबिसगंज सहरसा रेलखंड पर ट्रेन परिचालन की तिथि को लेकर असमंजस की स्थिति

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सीआरएस निरीक्षण के बाद भी नहीं हो रहा ट्रेनों का परिचालन.

अररिया /बिपुल विश्वास

फारबिसगंज सहरसा रेलखंड पर ट्रेन परिचालन की घोषणा नहीं होने से लोगों में मायूसी छाई हुई है.फारबिसगंज-नरपतगंज- ललित ग्राम तक नवनिर्मित रेल लाइन को सीआरएस द्वारा क्लीयरेंस दिए जाने के बाद भी अब तक समस्तीपुर रेल मंडल द्वारा ट्रेनों के परिचालन तिथि की घोषणा नहीं किए जाने पर रेल उपभोक्ताओं में असमंजस की स्थिति है. सहरसा रेलखंड पर ट्रेन परिचालन की घोषणा की लोगों में इंतजाम है.

इस संदर्भ में बिहार डेली पैसेंजर एसोसिएशन की केंद्रीय समिति सह डीआरयूसीसी के सदस्य बछराज राखेचा का कहना है कि 14 सालों का बनवास अब खत्म हुआ है. सन् 1834 में बिहार में आए विनाशकारी भूकंप से पुरी तरह ध्वस्त हो चुकी तिरहुत रेलवे के अंतर्गत फारबिसगंज-दरभंगा रेललाइन 88 वर्षों के बाद फिर आपस में जुड़ेगी तथा 14 वर्ष बाद सहरसा से.

उन्होंने कहा की मेगा ब्लॉक के पहले इस रेलखंड पर 6 जोड़ियां यात्री ट्रेनें चला करती थी. जबकि अभी फिलहाल सिर्फ दो ट्रेनों के परिचालन की अनुमति के लिए रेलवे बोर्ड को लिखा गया है. जिसमें एक सहरसा से ललितग्राम आने वाली ट्रेन तथा दूसरी दरभंगा से झंझारपुर आने वाली ट्रेन का विस्तार फारबिसगंज तक किए जाने की चर्चा है. लंबी दूरी की ट्रेनों के परिचालन की संभावना अभी दूर-दूर तक नहीं दिखती है, क्योंकि एक तो ललितग्राम में बाईपास बनाए जाने का काम अभी शुरू नहीं हुआ है और दूसरा इस रूट के इलेक्ट्रि फिकेशन का है.

फारबिसगंज के प्लेटफार्म संख्या दो तीन एवं चार की स्थिति बद से बदतर है.श्री राखेचा ने यह भी कहा कि प्लेटफार्म संख्या 3- 4 पर पूर्व में प्रस्तावित नये स्टेशन भवन का निर्माण कर इसके बाहर सर्कुलेटिंग एरिया को शीघ्रता से बनाया जाना चाहिए.इस हेतु पूर्व में वित्तीय प्रावधान कर निविदाएं में आमंत्रित की गई थी.

परंतु पता नहीं क्यों रेलवे प्रशासन ने इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया है.इसे विकसित करने के बाद शहर के पश्चिमी हिस्से के लोगों को इस तरफ से ही ट्रेन पकड़ने की सुविधा मिल सकेगी.साथ ही शहर में होने वाली जाम की समस्या पर भी काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकेगा.


रेल उपभोक्ताओं को अब ट्रेनों के परिचालन का बेसब्री से इंतजार है. अररिया सांसद प्रदीप सिंह के द्वारा जोगबनी से इंटरसिटी और आम्रपाली के परिचालन की घोषणा की बात कही गई थी इस पर भी लोगों की नजर टिकी हुई है अब देखना है आने वाले दिनों में रेलवे के क्षेत्र में कितने नए आयाम इस इलाके से जुड़ते हैं.

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