
सुपौल /सोनू कुमार भगत की रिपोर्ट
छातापुर पीएचसी के विधि व्यवस्था के निरीक्षण को लेकर त्रिवेणीगंज एसडीएम शेख जेड हसन अस्पताल पहुंचे। लेकिन वहां की गंदगी पूर्ण स्थिति देख वे काफी नाराज हुए। पीएचसी के प्रसव पक्ष की गन्दगीपुर्ण स्थिति देख एसडीएम भड़क गए। उन्होंने कहा कि छातापुर पीएचसी की यह स्थिति होना दुःखद है। उन्होंने इसको लेकर छातापुर पीएचसी प्रभारी शंकर कुमार को विधि व्यवस्था सुधारने का निर्देश दिया। इसके साथ ही छातापुर पीएचसी के सुपर वाइजर गुड्डू सिंह को जमकर फटकार भी त्रिवेणीगंज एसडीएम श्री हसन ने लगाई।
एसडीएम ने छातापुर प्रखण्ड के चुन्नी निवासी सुपरवाइजर गुड्डू सिंह को प्रसव कक्ष की यह स्थिति क्यों है का कारण पूंछा। लेकिन वे कुछ भी बता पाने में सक्षम नही दिखा। लोगों की माने तो पीएचसी के सुपरवाइजर छातापुर प्रखण्ड क्षेत्र के ही चुन्नी निवासी टेकन सिंह का पुत्र गुड्डू सिंह है। जिनके द्वारा सुपरवाइजर पद का जिम्मा लेकर साफ सफाई व्यवस्था को भगवान भरोसे छोड़ रखा गया है। इतना ही नही जब जब छातापुर पीएचसी की निरीक्षण इन दिनों की गई है तो साफ सफाई का हाल बेहाल ही मिला है।
बताया जा रहा है कि विगत महीने पहले जाप सुप्रीमों पप्पू यादव भी छातापुर पीएचसी निरीक्षण को ले पहुंचे थे। तब उन्होंने प्रसव कक्ष की स्थिति देख काफी भड़के थे। उन्होंने सुपर वाइजर व पीएचसी के कर्मी को कल से विधि व्यवस्था में सुधार करने की बात कही थी। जिसपर कर्मियों ने हामी भी जताई थी। लेकिन दुर्भाग्य पूर्ण है कि सुपरवाइजर अपने मन मर्जी से जैसे तैसे काम निपटाने में लगे हुये है। कई मरीजों व प्रसूता के परिजनों ने बताया कि प्रसव कक्ष की स्थिति इतनी खराब है कि वहां घन्टे भर रहना काफी परेशानी का सबक बन जाती है।
लेकिन साफ सफाई को ले कोई खास ध्यान नही दी जाती है। जब भी अधिकारी या बड़े नेतागण यहां जांच में आते है तो एक दो दिन व्यवस्था सही किया जाता है बाद में फिर राम भोरेसे सफाई कार्य को छोड़ दिया जाता है। इधर, निरीक्षण को पहुंचे एसडीएम ने सुपरवाइजर की इस लापरवाही कार्य को ले उनका 10 दिन का वेतन को काटने का निर्देश पीएचसी प्रभारी को दिये।
इसके साथ ही सुपरवाइजर गुड्डू को 24 घन्टे में सारी विधि व्यवस्था को सुदृढ करने की बात कही। इसके साथ ही एसडीएम ने पीएचसी के डॉक्टरों से भी वार्ता कर अस्पताल विधि व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त रखने की बात कही। मौके पर व्यापार मंडल अध्यक्ष गौरी शंकर भगत, मुखिया प्रतिनिधि मकसूद मसन, संजीव सहनी आदि थे।
