किशनगंज:रेतुआ नदी का कटाव, मुख्यमंत्री सड़क पर संकट गहराया

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विभाग ने तीन से चार दिनों में कार्रवाई शुरू करने का दिया आश्वासन

टेढ़ागाछ (किशनगंज)विजय कुमार साह

टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय झुनकी मुसहरा से लोधाबाड़ी होते हुए डोरिया को जोड़ने वाली मुख्यमंत्री सड़क पर रेतुआ नदी के कटाव का संकट गहराता जा रहा है। वर्ष 2024 में डीबी कंस्ट्रक्शन द्वारा लगभग 3 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कार्य कराया गया था। यह सड़क स्थानीय लोगों के लिए मुख्य संपर्क मार्ग है, लेकिन लोधाबाड़ी गांव के समीप रेतुआ नदी का कटाव लगातार बढ़ने से अब इस सड़क के अस्तित्व पर ही खतरा मंडराने लगा है।


ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों से नदी का पानी किनारे-किनारे कटाव कर रहा है, जिससे सड़क का हिस्सा धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है। उनका आरोप है कि विभाग और संवेदक इस समस्या से बेखबर बने हुए हैं। कई बार जानकारी देने के बावजूद अब तक कोई ठोस पहल नहीं की गई। लोगों ने आशंका जताई है कि यदि कटाव पर समय रहते रोकथाम नहीं की गई तो सड़क कभी भी ध्वस्त हो सकती है और इस मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह बाधित हो जाएगी।

स्थानीय निवासी सलाउद्दीन, एआइएमआइएम प्रखंड अध्यक्ष राहत हुसैन एवं जिला परिषद प्रतिनिधि अकमल समसी ने कहा कि मुख्यमंत्री सड़क हमारे गांवों के लिए जीवनरेखा है। इसके टूट जाने पर आसपास के कई गांवों का संपर्क टूट जाएगा और लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। वहीं, लोधाबाड़ी की गृहिणी मीना देवी ने कहा कि बच्चों को स्कूल ले जाना, मरीजों को अस्पताल पहुंचाना और बाजार तक आना-जाना इसी सड़क से संभव है। यदि यह मार्ग कट गया तो गांव पूरी तरह से अलग-थलग पड़ जाएगा।


ग्रामीणों ने विभाग की लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए चेतावनी दी कि यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए तो वे आंदोलन का सहारा लेने को मजबूर होंगे। उनका कहना है कि सड़क बनने के एक वर्ष भी पूरे नहीं हुए हैं और इतनी जल्दी कटाव शुरू हो जाना निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े करता है। इस गंभीर मुद्दे पर पूछे जाने पर कनिय अभियंता धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि विभाग स्थिति पर पूरी तरह से नजर बनाए हुए है।

उन्होंने आश्वासन दिया कि तीन से चार दिनों के भीतर कटाव रोकने के लिए आवश्यक कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सुरक्षा उपाय जैसे गिट्टी-पत्थर गिराना और किनारों को मजबूत करना तत्काल शुरू होगा, ताकि सड़क को बचाया जा सके। कनिय अभियंता ने यह भी कहा कि आमजन की सुविधा में किसी प्रकार की बाधा न आए, इसके लिए विभाग प्राथमिकता के आधार पर कार्रवाई करेगा। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और विभाग पर भरोसा रखें।

फिलहाल ग्रामीणों की निगाहें विभागीय कार्रवाई पर टिकी हुई हैं। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही ठोस कदम उठाकर सड़क को रेतुआ नदी के कटाव से बचा लिया जाएगा, जिससे हजारों लोगों की जीवनरेखा कही जाने वाली यह सड़क सुरक्षित रह सके।

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