कटिहार/रितेश रंजन
वक़्त बदला,ताज बदला, नही बदली तो बरारी लक्ष्मीपुर के ग्रामीणों की तकदीर,चिकनी कुंडी घाट तैर कर खेतो तक जाने को थे मजबूर ग्रामीण,खुद की पहल और ग्रामीणों के सहयोग से किया चचरी पुल का निर्माण,आक्रोशित ग्रामीण करेंगें वोट का बहिष्कार
वक्त बदला, ताज बदली पर नहीं बदला बरारी लक्ष्मीपुर गांव के किसानों की तकदीर, पिछले 49 वर्षों से बरारी लक्ष्मीपुर गांव के जीरो माइल के लोग चिकनी कुंड घाट से तैर कर खेत खलियान तक जाते थे, परेशान ग्रामीण पहले तो अपने प्रतिनिधियों से लगातार गुहार लगाई मगर कोई राह नहीं निकलते देख श्रमदान और खुद के ही आर्थिक सहयोग से चचरी पुल का निर्माण कर लिया है ।

फिलहाल लगभग पांच हज़ार आबादी बहुल इस इलाके के लोग चचरी कनेक्शन के सहारे पहले से बेहतर है जिंदगी जी रहे हैं।लोगों के माने तो बरसात के मौसम में चिकनी कुंड धार से तैर कर जाना उन लोगों का नसीब बन चुका था,ऐसे में महिलाएं और बच्चे को लेकर काफी परेशानी होती थी ।

इन परेशानियों से लगातार वे लोग प्रशासन और अपने जनप्रतिनिधि को अवगत करवाते रहें मगर कोई निदान नहीं निकला,अब नाराज ग्रामीण अगर इस पर कोई ठोस निदान नहीं निकलता है ।ग्रामीण मनोज गुप्ता ने दुख जाहिर करते हुए अगामी विधानसभा में वोट बहिष्कार की बात कह रहे हैं। फिलहाल ग्रामीणों के सहयोग से बने चचरी पुल के सहारे लोग कुछ राहत भरी जिंदगी जी रहे हैं।