बहादुरगंज/किशनगंज/निशांत चटर्जी
मुक्ति का मार्ग भक्ति है।बिना अपने अराध्य का भक्ति किये मुक्ति मिल नहीं सकता।फल ,फुल ,अगरबत्ती जलाने पर उसे भक्ति नहीं कह सकते।बल्कि निस्वार्थ भाव से मानस जाप ,मानस ध्यान, दृष्टियोग व सुरत शब्द योग के जरिये गुरू के बताये माार्ग पर तपस्या करके ही परमात्मा को प्राप्त कर सकते है।जब तक आपको परमात्मा नहीं मिल जाता तब तक आप सुख दुख के चक्र में भटकते रहेगें।

यह बात बुधवार को प्रखंड के जनता चौक भाटाबाडी गांव में दो दिवसीय संतमत सत्संग भव्य आयोजन के दुसरे दिन के अंतिम सत्र के दौरान ब्रह्मलीन महर्षि मेंही परमहंस जी महाराज के प्रिय शिष्य पुज्यपाद स्वामी ओमानंद ने अपने प्रवचन के दौरान कही।सत्संग के अंतिम सत्संग प्रेमियो की महत्ती भीड़ को कहानियो के जरिये समझाते हुए कहा कि परमात्मा किसी तरह की इच्छा नहीं रखती है।
उसके ऊपर अटूट विश्वास के साथ गुरू के बताये मार्ग पर चल कर ध्यानयोग करें एवं सत्संग में शामिल होकर अपने अन्दर छिपे बुराईयो को त्यागने का काम करें।निश्चित रूप से आपका कल्याण होगा।उन्होने कहा कि मानव तन मिलने वाले ही भक्ति करने का अधिकारी होते हैं।यदि हमें मानव तन प्राप्त हुआ है तो इसे यू व्यर्थ न गंवाये। यदि भक्ति नहीं किये,भजन नहीं किये तो फिर यह मानव तन छुट जायेगा।
फिर अन्य योनि में जन्म लेकर हमें कष्ट झेलना पड़ेगा। परमात्मा की सेवा करें एवं आनंद ले।इससे पूर्व पूज्यपाद स्वामी नारायण जी महाराज ने कहा कि हम जिसका भी भक्ति करें पहले उसके बारे में जानना चाहिए। उसके ऊपर विश्वास करें ।जब तक आप गुरू के वचनों पर विश्वास नहीं करेगें आप सफल नहीं हो सकते हैं।वही इस मौके पर बाबा गुरूशरण जी महाराज ने कहा कि जीवन में सुख दुख आते जाते रहता है।जब सुख आता है तो हम ईश्वर को भूल जाते है।
दुख के घडी मे ईश्वर को याद करते है।दुख का यही कारण है कार्यक्रम के सफल संचालन में सत्संग कमिटी के हीरा लाल सिंह, विष्णु प्रसाद सिंह,करण लाल सिंह उमेश कुमार सिंह,नागेन्द्र प्रसाद सिंह, देव नारायण सिंह, सुरेश प्रसाद सिंह, शंभू प्रसाद सिंह, श्री प्रसाद सिंह, हरिवंश प्रसाद सिंह, बृक लाल सिंह, मदन लाल सिंह, मनोहर प्रसाद सिंह सहित सत्संग समिति के अन्य सदस्यो का सराहनीययोगदान रहा।इस मौके पर मास्टर अरविंद कुमार सिंह, अशोक कुमार सिंह, धर्मेन्द्र कुमार सिन्हा,दीनानाथ सिंह, आनन्द कुमार, विशेश्वर प्रसाद सिंह, हरेन्द्र कुमार सिंह ,शुभम कुमार सिंह सहित अन्य सत्संग प्रेमी उपस्थित थे।