• 9 फरवरी को स्वास्थ्य संस्थानों में आयोजित होगा विशेष शिविर
• आशा कार्यकर्ताओं को दी जायेगी प्रोत्साहन राशि
• चिकित्सा पदाधिकारी, आशा और एएनएम को सुरक्षित प्रसव की जिम्मेदारी
छपरा :जिले में कोरोना संक्रमण की चुनौतियों के बीच अन्य स्वास्थ्य सेवाओं को गुणवत्तापूर्ण मुहैया कराने का प्रयास किया जा रहा है। मातृ स्वास्थ्य को बेहतर और सुदृढ़ करने के लिए विभाग प्रतिबद्ध है। अब 9 फरवरी को एक्सटेंडेड प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का शुभारंभ किया जायेगा। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान को एक्सटेंड किया जायेगा। इस दौरान सभी स्वास्थ्य संस्थानों में विशेष आयोजित किया जायेगा। इस दौरान गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की जायेगी। विशेषज्ञ चिकित्सकों के द्वारा गर्भवती महिलाओं की जांच की जायेगी तथा आवश्यक परामर्श दी जायेगी। इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। कोविड अनुरूप व्यवहारों को अपनाते हुए विशेष शिविर का आयोजन किया जायेगा। गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व जांच की सुविधा सभी सरकारी अस्पतालों जैसे- एपीएचसी, पीएचसी और सीएचसी में प्रतिदिन उपलब्ध है। इसके साथ प्रत्येक माह नौ तारीख को विशेष शिविर आयोजित कर गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की जाती है। इसके साथ आवश्यक चिकित्सकीय सुविधा मुहैया करायी जाती है।
आशा कार्यकर्ताओं को दी जायेगी प्रोत्साहन राशि:
जारी पत्र में कहा गया है इस शिविर में आने वाली गर्भवती महिलाओं की जांच कर हाई रिस्क प्रेग्नेंसी श्रेणी में आने वाली महिलाओं की पहचान की जायेगी। हाई रिस्क श्रेणी में आने वाली सभी गर्भवती महिलाओं की तीन अतिरिक्त प्रसव पूर्व जांच करायी जायेगी और आने-जाने के लि गर्भवती महिलाओं और संबंधित आशा को 100 रुपये प्रति विजिट के लिए प्रदान की जायेगी।
सुरक्षित प्रसव की जिम्मेदारी चिकित्सा पदाधिकारी और आशा-एएनएम को:
जारी पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि सुरक्षित प्रसव की जिम्मेदारी आशा, एएनएम और संबंधित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की होगी। प्रसव के पश्चात 45वे दिन आशा गृह भ्रमण कर जच्चा-बच्चा के स्वस्थ्य होने से संबंधित सूचना एएनएम के माध्यम से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को देगी। इसके लिए आशा को 500 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जायेगी।
जटिल प्रसव वाली महिलाओं की होगी ट्रैकिंग:
सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि 9 फरवरी को स्वास्थ्य संस्थानों पर आयोजित शिविर में आने सभी गर्भवती माताओं की गुणवत्ता पूर्ण प्रसव पूर्व जांच की जायेगी। प्रसव पूर्व जांच के दौरान जटिल प्रसव वाली महिलाओं की ट्रेकिंग इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। ताकि मातृ-मृत्यु में कमी लायी जा सके। जटिल प्रसव वाली महिलाओं की पहचान कर पीएमएसएमए पोर्टल पर एंट्री की जायेगी।
Author: News Lemonchoose
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