किशनगंज :डीएम की अध्यक्षता में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित ,जिले में ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक की होगी स्थापना

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किशनगंज /प्रतिनिधि

जिलाधिकारी सह अध्यक्ष जिला सड़क सुरक्षा समिति की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुई आयोजित।सड़क सुरक्षा, ब्लैक स्पॉट, रंबल स्ट्रिप,जाम की समस्या,सड़क मरम्मती,बिहार मोटरगाड़ी नियमावली,2021 के तहत दुर्घटना दावा,घायलों की मदद ,यातायात नियमो के संबंध में जागरूकता आदि को लेकर हुई व्यापक चर्चा।

जिलाधिकारी सह अध्यक्ष, जिला सड़क सुरक्षा समिति डॉ आदित्य प्रकाश की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभागार में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई।जिलाधिकारी ने कहा कि आम लोगों को जागरूक कर सड़क दुर्घटना की संभावना को कम किया जा सकता है। जिलाधिकारी द्वारा यातायात नियमों के प्रति लोगों को जागरूक करने का निर्देश जिला परिवहन पदाधिकारी एवम जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिया गया। उन्होंने विद्यालय के पठन-पाठन में बच्चों के बीच वाद-विवाद प्रतियोगिता, स्लोगन, पेंटिंग कंपटीशन, विचार गोष्ठी का आयोजन के माध्यम से सड़क सुरक्षा के प्रति बच्चों को जागरूक करने का निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारी सुभाष कुमार गुप्ता को दिया।

मोटर वाहन अधिनियम अंतर्गत जांच एवं कार्रवाई को सख्ती से लागू करने का भी निर्देश दिया गया।उन्होंने निर्देश दिया कि सभी संबंधित विभाग इस संबंध में दी गई जिम्मेदारियों का अक्षरशः पालन करते हुए अनुपालन प्रतिवेदन परिवहन विभाग को ससमय उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।जिले में चिन्हित ब्लैक स्पॉट के सम्बन्ध में निर्देशित करते हुए कहा कि जिले में ब्लैक स्पॉटो का निस्तारण कार्य समय रहते पूर्ण करने की कार्यवाही अमल में लाई जाय।


उन्होंने जिले में दुर्घटना बहुल्य वलनरेबल स्पॉट्स एवं संभावित ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित स्थलों पर आवश्यक सुधार एवं यातायात पुलिस कर्मियों की पर्याप्त व्यवस्था आदि सम्बन्धित अधिकारियों के द्वारा करायी जानी सुनिश्चित करें ताकि जिले में होने वाली दुर्घटनाओं में कमी लायी जा सके। उन्होंने कहा कि अवैध पार्किंग, ओवरस्पीड करने वाले वाहनों के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही करते हए उनके चालान काटे जाने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए,ताकि शहर की यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया जा सके और और किसी के भी द्वारा यातायात नियमों का उल्लंघन न किया जा सके। अवैध पार्किंग एवं सड़क अतिक्रमण के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्यवाही करने की आवश्यकता पर भी बल दिया गया।


समीक्षा में जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को आह्वान करते हुए कहा कि जिले में यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से सरकार के इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम सड़क सुरक्षा को बहुत ही गहनता के साथ सभी विभागीय अधिकारी आपसी सामंजस्य स्थापित करते हुए इसे धरातल पर उतारना सुनिश्चित करें ताकि दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आ सके एवं सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मृत्यु दर में भी कमी आ सके।

नगर कार्यपालक पदाधिकारी,किशनगंज को निर्देश दिया गया कि सड़कों पर उभरे गड्ढा को समतलीकरण कर सड़क मरम्मत कराए तथा एनएचएआई के संबंधित अभियंता को निर्देश दिया गया कि एक पक्ष के अंदर सर्विस लेन को दुरुस्त कर यातायात प्रारंभ कराएं ताकि जाम की समस्या से लोगो को निजात मिल सके।


बैठक में जिलाधिकारी ने सड़क दुर्घटना में घायलों की तत्काल मदद करने वालो को लोगो को गुड सेमेरिटन के रूप में उनका चयन करने एवं उनके लिए प्रोत्साहन राशि 5000 देयता हेतु कार्रवाई का निर्देश सिविल सर्जन को दिया।जिलाधिकारी ने निर्देश दिया की दुर्घटनाग्रस्त को ससमय अस्पताल पहुंचाने वाले नागरिकों को प्रोत्साहित करें एवं सम्मानित करने हेतु ऐसे लोगो की सूची जिला परिवहन पदाधिकारी को उपलब्ध कराएं।


जिले में ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक की स्थापना, ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र की अधिष्ठापना ,स्कूली वाहनों की जांच, स्वास्थ्य विभाग -शिक्षा विभाग -पंचायती राज विभाग पुलिस एवं यातायात विभाग, पथ निर्माण विभाग ,नगर निगम ,एनएचएआई इत्यादि की भूमिका पर विचार विमर्श किया गया एवं संबंधित विभागों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए।


इस बैठक में अपर समाहर्त्ता ब्रजेश कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी रमाकांत ,परियोजना निदेशक एनएचएआई,इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी सचिव, मिक्की साहा,कार्यपालक पदाधिकारी नप,किशनगंज,वरीय उप समाहर्त्ता मंजूर आलम ,अन्य विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी व अन्य सदस्य उपस्थित थे।






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