भारत-नेपाल सीमा पर एसएसबी और पुलिस की संयुक्त बैठक,बॉर्डर पर बढ़ाई गई चौकसी

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टेढ़ागाछ (किशनगंज) विजय कुमार साह

आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष ढंग से संपन्न कराने के उद्देश्य से भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सोमवार को सीमा सशस्त्र बल (एसएसबी) की 12वीं बटालियन, फतेहपुर बीओपी में एक उच्चस्तरीय संयुक्त बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता सहायक कमांडेंट जगदेव सिंह ने की।

इस बैठक में भारत और नेपाल दोनों देशों की पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी मौजूद रहे, जिन्होंने सीमा क्षेत्र में शांति व्यवस्था और सुरक्षा को लेकर साझा रणनीति तैयार की।
बैठक में भारत की ओर से बिहार पुलिस निरीक्षक अरुण कुमार सिंह (बहादुरगंज), निरीक्षक मोहम्मद इजहार आलम (टेढ़ागाछ), उप निरीक्षक ‘एफ’ सृष्टि (फतेहपुर) और उप निरीक्षक उत्कर्ष कुमार (बीबीगंज) शामिल हुए।

वहीं नेपाल की ओर से ए.पी.एफ. गौरीगंज के डीएसपी सुमन थापा और नेपाल पुलिस प्रभारी निरीक्षक भुवन बाबू खड़का ने भाग लिया। इस अवसर पर दोनों देशों के अधिकारियों ने आपसी समन्वय और सूचना आदान-प्रदान को और अधिक मजबूत करने पर जोर दिया।


बैठक में मुख्य रूप से विधानसभा क्षेत्र 52 – बहादुरगंज में 11 नवंबर 2025 को होने वाले चुनाव को लेकर विशेष चर्चा की गई। अधिकारियों ने बताया कि भारत-नेपाल की खुली सीमा चुनाव के दौरान चुनौती बन सकती है, ऐसे में सतर्कता और निगरानी को प्राथमिकता देना बेहद जरूरी है। बैठक में सीमा पर अवैध गतिविधियों जैसे — शराब एवं मादक पदार्थों की तस्करी, नकदी की अवैध आवाजाही, असामाजिक तत्वों का प्रवेश, हथियार तस्करी और संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने का निर्णय लिया गया।

सहायक कमांडेंट जगदेव सिंह ने कहा कि एसएसबी का प्रमुख उद्देश्य भारत-नेपाल मैत्रीपूर्ण संबंधों को बनाए रखते हुए सीमा सुरक्षा को और सुदृढ़ बनाना है। उन्होंने बताया कि चुनाव के मद्देनजर सीमा पर विशेष चौकसी, संयुक्त गश्ती अभियान और निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने स्थानीय पुलिस, प्रशासन और नेपाल की सुरक्षा एजेंसियों से निरंतर संपर्क बनाए रखने पर बल दिया, ताकि सीमा पार से होने वाली किसी भी संदिग्ध गतिविधि को समय रहते रोका जा सके।

बैठक के उपरांत दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियों की संयुक्त टीम ने भारत-नेपाल सीमा पर बॉर्डर पिलर संख्या 151 से 150/03 तक विशेष ज्वाइंट पेट्रोलिंग (संयुक्त गश्ती) की। इस दौरान अधिकारियों ने सीमावर्ती गांवों, नदी किनारे और प्रमुख आवागमन स्थलों का निरीक्षण किया।

संयुक्त टीम ने स्थानीय लोगों को भी सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस या एसएसबी को देने की अपील की।अधिकारियों ने बताया कि आगामी चुनाव तक इस तरह के संयुक्त गश्ती अभियानों और सतर्कता उपायों को नियमित रूप से जारी रखा जाएगा। उद्देश्य यह है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि न हो और शांतिपूर्ण, निष्पक्ष एवं भयमुक्त मतदान सुनिश्चित किया जा सके।


इस बैठक और गश्ती अभियान से स्थानीय स्तर पर प्रशासनिक सक्रियता बढ़ी है, जिससे ग्रामीणों में भी सुरक्षा को लेकर भरोसा मजबूत हुआ है। सीमावर्ती इलाकों में दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियों के बीच इस तरह का सहयोग न सिर्फ चुनावी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारत-नेपाल मैत्रीपूर्ण संबंधों को भी और मजबूत बनाता है।

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