किशनगंज/पोठिया/राज कुमार
पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, अर्राबाड़ी, किशनगंज में वैज्ञानिक बकरी पालन विषय पर आयोजित छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन 29 मार्च को हुआI समापन समारोह में डीन डॉ. चंद्रहास ने प्रशिक्षणार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए बकरी पालन को वैज्ञानिक रूप देकर ज्यादा मुनाफा लेने की अपील की।
उन्होंने बताया कि वैज्ञानिक तरीके से बकरी पालन करने से बकरियों के मृत्यु दर में कमी आती है उनके वजन में बढ़ोतरी होती है और दूध उत्पादन भी बढ़ता है जिसका प्रभाव पशुपालकों के आमदनी के रूप में दिखता हैI प्रशिक्षण पाठ्यक्रम निदेशक डॉ. शगुफ्ता परवीन ने बताया कि बकरी पालन प्रशिक्षण में 50 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जिसमें मुख्य रूप से महिला प्रतिभागी रहे।
प्रशिक्षण के दौरान बकरी पालन से संबंधित रखरखाव के वैज्ञानिक तरीके, सरकारी नीति योजना, नस्ल सुधार, आहार एवं पोषण प्रबंधन, टीकाकरण, जलवायु परिर्वतन का पशुओं पर प्रभाव, रोगों की पहचान के साथ-साथ बाजार प्रबंधन एवं बकरी पालन का अर्थशास्त्र जैसे विषयों पर जानकारी दी गई।
आयोजन सचिव डॉ.टी. के. एस. राव एवं डॉ. शशि पाल ने बताया कि इस कार्यक्रम का आयोजन कुलपति बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय डॉ. इंद्रजीत सिंह के निर्देशानुसार डीन डॉ चंद्रहास के दिशा निर्देशन में किया गयाI इस अवसर पर डॉ नरेंद्र, डॉ राजेश, डॉ रत्नेश, डॉ हेमंत के साथ-साथ अन्य प्राध्यापक भी उपस्थित थेI इस अवसर पर प्रतिभागियों ने वैज्ञानिक प्रशिक्षण के लिए महाविद्यालय का आभार व्यक्त किया ।



