कालाजार उन्मूलन अभियान: ठाकुरगंज के करवालविट्टा गांव से छिड़काव कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ

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स्वास्थ्य विभाग की पहल से हजारों लोगों को मिलेगा लाभ, बालू मक्खी के खात्मे के लिए सघन अभियान जारी

कालाजार उन्मूलन अभियान: स्वस्थ समाज की ओर एक महत्वपूर्ण कदम

किशनगंज /प्रतिनिधि

स्वास्थ्य विभाग द्वारा कालाजार उन्मूलन के लिए व्यापक कीटनाशक छिड़काव अभियान की शुरुआत की गई है। जिसका उद्देश्य जनस्वास्थ्य की रक्षा और कालाजार को जड़ से समाप्त करना है। यह अभियान न केवल एक स्वास्थ्य पहल है, बल्कि एक सुरक्षित और रोगमुक्त समाज की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। सिविल सर्जन डॉ मंजर आलम ने बताया की कालाजार एक जीवाणु जनित बीमारी है, जो बालू मक्खी के काटने से फैलती है। यह रोग मिट्टी और कच्चे मकानों की दीवारों में पनपने वाली मक्खियों के माध्यम से इंसानों तक पहुंचता है। यदि समय पर इलाज न मिले तो यह जानलेवा साबित हो सकता है। छिड़काव अभियान इस बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए बेहद जरूरी है, क्योंकि यह बालू मक्खी को नष्ट कर संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ता है।इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कालाजार उन्मूलन अभियान के तहत कीटनाशक छिड़काव कार्यक्रम का शुभारंभ ठाकुरगंज प्रखंड के करवालविट्टा गांव में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. मंजर आलम के मार्गदर्शन में किया गया, जिसमें बीएचएम बसंत कुमार, वीबीडीएस श्री अशुतोष कट्यायन एवं टीम स्क्वॉड की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

स्वास्थ्य विभाग की प्रभावशाली पहल


सिविल सर्जन डॉ मंजर आलम ने बताया की कालाजार उन्मूलन अभियान के तहत, स्वास्थ्य विभाग घर-घर जाकर छिड़काव कर रहा है। यह न केवल संक्रमण को रोकने में सहायक है, बल्कि गांवों और कस्बों को सुरक्षित और स्वच्छ बनाने में भी योगदान देता है। इस अभियान में स्थानीय प्रशासन, स्वास्थ्यकर्मी, आशा कार्यकर्ता और पंचायत प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने बताया कि कालाजार एक गंभीर संक्रमण है, जो बालू मक्खी के काटने से फैलता है। यह मक्खी मिट्टी और कच्चे घरों की दीवारों में पाई जाती है। छिड़काव से इन मक्खियों को खत्म किया जाता है, जिससे कालाजार के संक्रमण को रोका जा सकता है।

ठाकुरगंज में छिड़काव अभियान के तहत कवरेज

गांवों की संख्या: कई गांवों में चरणबद्ध रूप से छिड़काव किया जाएगा।

कुल घर: 2,325

कुल कमरे: 5,812

लाभार्थी जनसंख्या: 11,625 लोग
स्वास्थ्य विभाग की अपील: सतर्क रहें, सुरक्षित रहें

छिड़काव के समय घर में रहें और सावधानी बरतें।

खाने-पीने की चीजों को ढक कर रखें।

छिड़काव के बाद दो घंटे तक घर में प्रवेश न करें।

जमीन पर सोने से बचें और मच्छरदानी का उपयोग करें।

कालाजार के लक्षण और निःशुल्क इलाज

सिविल सर्जन डॉ मंजर आलम ने बताया की कालाजार उन्मूलन के तहत किशनगंज जिले के विभिन्न प्रखंडों में व्यापक छिड़काव अभियान चलाया जा रहा है, जिससे हजारों लोगों को बालू मक्खी के प्रकोप से सुरक्षित किया जाएगा।अगर किसी को लगातार बुखार, वजन घटना, त्वचा का रंग बदलना, कमजोरी या तिल्ली-लिवर का बढ़ना महसूस हो तो वह तुरंत सरकारी अस्पताल जाकर निःशुल्क जांच और उपचार करवा सकता है।”कालाजार उन्मूलन के लिए जागरूकता और सामूहिक सहयोग सबसे जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग की टीम इस दिशा में कार्यरत है, कृपया पूरा सहयोग करें और स्वस्थ जीवन अपनाएं।””छिड़काव के दौरान आवश्यक सावधानी बरतें, जागरूक रहें और कालाजार के लक्षण दिखने पर तुरंत सरकारी अस्पताल में जांच करवाएं।”

बालू मक्खी और कालाजार से बचाव क्यों जरूरी?

स्वास्थ्य विभाग की अपील: सावधानी और सहयोग जरूरी

छिड़काव के दौरान घर में मौजूद रहें और स्वास्थ्यकर्मियों का सहयोग करें।

खाद्य सामग्री, पानी, बर्तन, कपड़ों को ढक कर रखें।

छिड़काव के बाद दो घंटे तक घर में प्रवेश न करें।

जमीन पर सोने से बचें और मच्छरदानी का उपयोग करें।

कालाजार के लक्षण और निःशुल्क इलाज की सुविधा

कालाजार के लक्षणों में लगातार बुखार, वजन घटना, त्वचा का रंग बदलना और तिल्ली-लिवर का बढ़ना शामिल हैं। यदि कोई भी व्यक्ति इन लक्षणों को महसूस करता है, तो तुरंत सरकारी अस्पताल में जाकर निःशुल्क जांच और उपचार करवाएं।

सतर्कता और जागरूकता से ही होगा कालाजार का खात्मा
स्वास्थ्य विभाग ने गांव के लोगों, आशा कार्यकर्ताओं, पंचायत प्रतिनिधियों और शिक्षकों से अपील की है कि वे इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाएं और ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करें। “कालाजार को जड़ से खत्म करने के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर छिड़काव कर रही है, कृपया पूरा सहयोग करें और स्वस्थ जीवन अपनाएं।

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कालाजार उन्मूलन अभियान: ठाकुरगंज के करवालविट्टा गांव से छिड़काव कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ