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सत्य अहिंसा का था वह पुजारी। कभी ना जिसने हिम्मत हारी।।पूज्य बापू का मूल मंत्र- अधिवक्ता कमलेश कुमार

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किशनगंज /प्रतिनिधि

महात्मा गांधी जयंती के शुभ अवसर पर आदर्श नगर मोहन मारी कोचाधामन के पावन धरती पर संचालित मां की संस्कारशाला के प्रधान आचार्य श्री लालचंद सिंह की नेतृत्व में पूज्य बापू को श्रद्धांजलि देने के उपरांत संस्कारशाला के सभी नन्हे- मुन्ने बच्चों ने सामूहिक रूप से पूज्य बापू के स्वरूप धारण करते हुए उनके तीन मूल सिद्धांतों का आवाहन ” बुरा ना देखो “बुरा ना बोलो “बुरा ना सुनो” के साथ स्वच्छता अभियान चलाकर समाज के गली- मोहल्लों का साफ – सफाई किया ।

साथ ही समाज के लोगों को अपने घरों के आस- पास साफ – सफाई रखने के लिए प्रार्थना किया। इस पुनीत अवसर पर मुख्य रूप से मां की संस्कारशाला के निदेशक अधिवक्ता कमलेश कुमार ने पूज्य बापू को श्रद्धांजलि समर्पित कर उनके आदर्श का विस्तृत चर्चा करते हुए कहा की आज का दिन भारत के राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी जिन्हें बापू या महात्मा गांधी के नाम से भी मनाया जाता है ।

उनका जन्म 2 अक्टूबर 1969 को गांधी जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को विश्व अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।इस दौरान ” स्वच्छता ही सेवा”अपना गांव – सुंदर गांव “गांधी का था सपना स्वच्छ और सुंदर हो देश अपना “आदि गगनभेदी नारों से कार्यक्रम सानंद संपन्न किया गया।


कार्यक्रम की सफलता में गायत्री परिवार के परिजन सिप्टी सिंह, बीना देवी, विजय सिंह, प्रीति कुमारी, खुशी कुमारी के साथ-साथ मां की संस्कारशाला के सभी बच्चे एवं काफी संख्या में ग्रामीणों की उपस्थिति रही।

सत्य अहिंसा का था वह पुजारी। कभी ना जिसने हिम्मत हारी।।पूज्य बापू का मूल मंत्र- अधिवक्ता कमलेश कुमार

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