देश/डेस्क
आर्थिक एवं व्यापारिक मुद्दों पर ब्रिक्स संपर्क समूह द्वारा भारत की अध्यक्षता में पहली बैठक का आयोजन किया गया ।मालूम हो कि 9 से 11 मार्च, 2021 तक पहली बैठक का आयोजन किया गया।वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया कि निरंतरता, समग्रता और सहमति के लिए ब्रिक्स देशों के बीच सहयोग इस वर्ष की थीम थी ।जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि भारत ने 2021 में अपनी अध्यक्षता में ब्रिक्स सीजीईटीआई 2021 के लिए आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी और इस संबंध में रूपरेखा पेश की ।
जिसमें सेवा सांख्यिकी और ब्रिक्स व्यापार मेलों पर एमएसएमई गोलमेज सम्मेलन और अन्य कार्यक्रमों का ब्योरा है। इसके पश्चात अनेक प्रस्तुतियां दी गईं, जिन्हें भारत सरकार के विभिन्न विभागों की ओर से तैयार किया गया था। इस बैठक में कई प्रस्ताव पारित किए गए ।जिनमे (i) रूस की अध्यक्षता में 2020 में अंगीकृत “ब्रिक्स आर्थिक साझेदारी रणनीति 2025” के लिए दस्तावेज आधारित संबंधी कार्य योजना (ii) बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली पर ब्रिक्स सहयोग, जिसमें विश्व व्यापार संगठन में ट्रिप्स रियायत प्रस्ताव शामिल है (iii) ई-कॉमर्स के क्षेत्र में उपभोक्ता संरक्षण के लिए रूपरेखा (iv) गैर-शुल्क उपाय (एनटीएम) प्रस्ताव प्रक्रिया (v) स्वच्छता एवं फाइटो-सेनेटरी (एसपीएस) कार्य प्रणाली (vi) आनुवांशिक संसाधनों और पारम्परिक ज्ञान की सुरक्षा हेतु सहयोगात्मक ढांचा (vii) पेशेवर सेवाओं में सहयोग के लिए ब्रिक्स फ्रेमवर्क। इन प्रत्येक सत्रों के बाद विस्तृत प्रक्रिया सत्रों का आयोजन भी किया गया।
मंत्रालय द्वारा बताया गया कि ब्रिक्स के साझेदार देशों ने भारत की ओर से नियोजित गतिविधियों की सराहना की, जो मौजूदा समय में काफी प्रासंगिक है और इन देशों ने भारत की ओर से सुझाए गए विभिन्न प्रस्तावों पर मिलकर काम करने का समर्थन किया है। वहीं अभी से लेकर सितंबर, 2021 तक अंतर सत्रात्मक विचार-विमर्श किए जाने की बात भी कही गई है, ताकि ब्रिक्स देशों के बीच आम सहमति बनाई जा सके। सीजीईटीआई के साथ काम करने वाले संबंधित ब्रिक्स अधिकारी जून, 2021 में निर्धारित 27वीं आधिकारिक स्तर की सीजीईटीआई बैठक के लिए मिलकर काम करेंगे।





























