देश/डेस्क
मध्य प्रदेश के सीधी में एक तेज रफ्तार बस के नहर में गिरने से दर्दनाक हादसा हुआ है। घटना आज सुबह की है । जानकारी के मुताबिक बस में कई छात्र सवार थे जो कि परीक्षा देने जा रहे थे ।घटना की जानकारी मिलने के बाद सीएम शिव राज सिंह चौहान ने कैबिनेट की बैठक को रद्द कर दिया और दो मंत्रियों को घटना स्थल पर भेजे जाने की जानकारी ट्विटर पर दी और कहा कि उन्होने खुद वहां के जिला पदाधिकारी से बात की है ।
बस में कुल 54 लोग सवार थे और अभी तक 39 शव बरामद हुए है साथ ही 7 लोगो को बचाया गया है । खबरों के मुताबिक इस दर्दनाक हादसे के पीछे बस ड्राइवर की गलती निकलकर आई है। दरअसल, स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि ड्राइवर ने ही जाम से बचने के लिए शॉर्टकट रास्ता चुना था, जो नहर के किनारे से गुजरता है। रास्ता काफी संकरा था इसके बावजूद ड्राइवर ने बस इसी रूट से निकाली और आखिरकार नियंत्रण बिगड़ने से वह नहर में जा गिरी।
इस हादसे में अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है। यह आंकड़ा बदल भी सकता है।रिपोर्ट्स के मुताबिक, बस में 32 लोगों को बैठाने की क्षमता थी लेकिन इसके बावजूद इसमें करीब दोगुने यानी पचास से ज्यादा यात्रियों को बैठाया गया। सीधी से निकलते के बाद छुहिया घाटी से होते हुए बस को सतना तक जाना था। झांसी-रांची स्टेट हाईवे की सड़क खराब है और पूरी बनी नहीं है, जिसके कारण आए दिन जाम लगता है।
ड्राइवर ने इसी जाम से बचने के लिए रास्ता बदल लिया था।फिलहाल बचाव कार्य जारी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिवार वालों को 5-5 रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से सीधी में हुई बस दुर्घटना में मरने वालों के परिजनों को 2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की मंजूरी दी। घटना स्थल पर राहत और बचाव कार्य जारी है और मृतकों की संख्या बढ़ने की संभावना जताई जा रही है ।घटना की सूचना जैसे ही मृतकों के परिजनों तक पहुंची उसके बाद चीख पुकार मच चुकी है और चारो तरफ मातम पसरा हुआ है ।






























