बिहार :साइबर ठगो के शिकार हुए निर्वाचन शाखा के कर्मी ,लगाया हजारों का चूना

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बक्सर /सोमेंद्र गुप्ता


बिहार में साइबर ठगो द्वारा लगातार लोगो को झांसे में लेकर ठगी का मामला उजागर होता रहता है । ठगों के शिकार आम लोगों के होने की बात तो तो हमेशा सामने आती है लेकिन, इस बार ठगों ने जिले के निर्वाचन शाखा से जुड़े कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया है ।जिसके बाद शहर में चर्चाओं का बाज़ार गर्म हो चुका है ।प्राप्त जानकारी के अनुसार  साइबर ठग पिछले कई महीनों से लगातार एक-एक कर निर्वाचन शाखा के मास्टर ट्रेनर, सेक्टर मजिस्ट्रेट व बीएलओ को फोन कर रहे थे, जिसके बाद उन्हें अपने झांसे में लेकर उनसे साइबर ठगी कर लेते थे ।


पहले एक-दो लोगों से ठगी होने पर उन्होंने यह बात अन्य किसी व्यक्ति से जाहिर नहीं की. ऐसे में ठगों का हौसला बढ़ा रहा और वह लगातार ठगी की घटना अंजाम देते रहे. पिछले दो दिनों में ठगों ने तीन लोगों से कुल 19 हज़ार रुपयों की ठगी कर ली है.






जिन लोगों से ठगी की गई है उनमें उच्च विद्यालय,जलीलपुर के कमल कुमार से 5 हज़ार रुपये, मिश्रवलिया मध्य विद्यालय के सुरेंद्र कुमार सिंह से 10 हज़ार रुपये तथा सहयोगी मध्य विद्यालय नया बाजार के रामाकांत पांडे से 4 हज़ार रुपयों की ठगी कर ली गई है वहीं, चौसा के बीआरपी मोहम्मद मुर्तजा को भी इन्होंने फोन कर ठगी करने का प्रयास किया लेकिन वह उनके झांसे में नहीं आए.


वेरिफिकेशन के नाम पर एप्लीकेशन डाउनलोड करा कर झांसे में ले रहे ठग:


ठगों के द्वारा फोन कर मास्टर ट्रेनर तथा अन्य लोगों को यह बताया गया कि उन्हें जो भुगतान अब तक हुआ है उसके अतिरिक्त उन्हें और भी भुगतान विभाग के द्वारा निर्वाचन कार्य के लिए किया जाएगा, जिसके लिए उन्हें एक वेरिफिकेशन प्रोसेस करना होगा. ठग द्वारा वेरिफिकेशन के लिए गूगल प्ले स्टोर से एक एप्लीकेशन डाउनलोड करने की बात कही गई. मास्टर ट्रेनर एनीडेस्क नामक इस एप्लीकेशन को डाउनलोड करने के पश्चात फोन करने वाले ठग ने वीडियो कॉलिंग के माध्यम से लोगों से उनके एटीएम कार्ड को दिखाने के लिए कहा. एटीएम कार्ड को दोनों तरफ से दिखाने के कुछ ही देर के बाद लोगों के खाते से पैसे काट लिए गए. पैसे कटने का मैसेज आने के पश्चात लोगों को जब अपनी गलती का एहसास हुआ तो उन्होंने अपने एटीएम को ब्लॉक कराया.


निर्वाचन शाखा से जुड़े लोगों के नाम बता कर झांसे में लेता था ठग:


ठगी के शिकार हुए मास्टर ट्रेनर कमल कुमार सिंह ने बताया कि जिस ठग ने फोन कर उनसे ठगी शुरू की वह निर्वाचन शाखा के कई कर्मियों के नाम लेता था. ऐसे में उसकी बातों पर आसानी से विश्वास हो गया और उन्होंने ठग से अपनी बैंक जे जुड़ी गोपनीय जानकारी साझा दी. उन्होंने बताया कि ठगी के शिकार कई लोगों ने अब तक खुलकर अपनी बातें किसी और से नहीं बताई है ऐसे में इस तरह की ठगी को लेकर लोग सतर्क भी नहीं हो सके हैं. इस संदर्भ में यह जानकारी लेने के लिए कि निर्वाचन विभाग द्वारा ठगी के विरुद्ध क्या कार्रवाई की जा रही है उप निर्वाचन पदाधिकारी आशुतोष कुमार राय के मोबाइल पर बात करने का प्रयास किया गया लेकिन, उनसे संपर्क नहीं हो सका.

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