कटिहार/रितेश रंजन
कटिहार में केंद्रीय श्रमिक संगठनों के आह्वान पर संयुक्त ट्रेड यूनियन के नेतृत्व में केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीति के खिलाफ आज पूरे देश में राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस मनाया गया। इसी क्रम में कटिहार शहर के औद्योगिक प्रांगण क्षेत्र विजय बाबू के पोखर पर श्रम संगठन मंच के संयोजक सह इंटक जिलाध्यक्ष विकास सिंह के नेतृत्व में औद्योगिक प्रांगण क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन किया गया।

प्रदर्शन को संबोधित करते हुए संयोजक विकास सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार देश को पूरी तरह से बेचने पर लग गई है। देश के मजदूर, किसान, बेरोजगार, व्यवसाई, कर्मचारी सड़क पर आ गए है। लेकिन सरकार के हिटलर शाही रवैया के सामने सभी नतमस्तक हो गए है। उन्होंने ने बताया कि देश के रेल, हवाई जहाज, ट्रांसपोर्ट, बैंक, दूरसंचार, डाक विभाग, एलआईसी, डिफेंस श्रम संगठन के नियमों में बदलाव, 8 घंटे के बदले 12 घंटा काम करने जैसे दर्जनों समस्याओं को लेकर देश के मान्यता प्राप्त 10 ट्रेड यूनियन इंटक, एटक, सीटू, एक्टू, एचएमएस, बीएसएसआर, एआईटीयूसी, महासंघ सभी यूनियन एकजुट होकर सड़क पर उतर कर इस निकम्मी केंद्र सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प ले लिया है।

राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस पर विभिन्न ट्रेड यूनियन के नेता सीटू के वारिस हुसैन, एटक के लक्ष्मण सिंह, बीएसएसआर के अरूप घोष, एचएमएस के गिरीश कुमार सिंह, महासंघ के दयानंद सिंह, कटिहार जिला औद्योगिक नियोजक संघ के मो नौशाद, इंटक के विनोद झा ने बताया कि बिहार के मुख्यमंत्री देश विदेश से उद्यमियों को बिहार में उद्योग लगाने का आमंत्रण दे रहे है।

वही कटिहार का आरबीएचएम जूट मिल 8 जनवरी 2016 से बंद पड़ा है। कोई भी जनप्रतिनिधि एवं सरकार इसको खुलवाने की दिशा में पहल नहीं कर रहा है। जिले में लॉकडाउन के समय में उद्यमी जीएसटी का मार, अप्रत्याशित बिजली बिल, कर्मचारियों का वेतन एवं बैंकों के देनदारी को लेकर उद्यमी भुखमरी के कगार पर खड़े हैं। उक्त नेताओं ने सरकार से उद्यमियों को लॉकडाउन के समय का सभी चार्ज माफ करने का अनुरोध किया है।