अररिया/सुमन ठाकुर
लगातार कोरोना संक्रमित रोग के मरीज़ों की संख्या में इजाफा हो रहा है, बाबजूद इसके लोग सतर्क नही हैं। सरकार और प्रशासन सभी लोगों से अपील कर रहे हैं कि बेवजह सड़कों पर न निकले।
अगर अति आवश्यकता हो तो नाक और मुँह पर मास्क लगाकर रहे। किन्तु लोगो पर इसका कोई असर नही है। मरीजों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए सरकार ने कई राज्यों में दोबारा लॉक डाउन लगा दिया है। बिहार में भी 16 जुलाई से 31 जुलाई तक लॉक डाउन लगा दिया गया है। मालूम हो कि जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या 314 पहुंच चुकी है वहीं बीमारी से 2 लोगो की मौत भी हुई है ।वहीं अभी जिले में 114 सक्रिय मरीज है जिनका इलाज चल रहा है ।
फिर भी प्रशासन को ठेंगा दिखाकर कई वर्कसौंप, शोरूम एवं अन्य दुकानदारों द्वारा पिछले दरवाजे से अपनी दुकान चला रहे हैं। जिसका नतीजा है कि
फारबिसगंज के एक बाइक शोरूम के दो कर्मी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। मामले की पुष्टि करते हुए कर्मी ने बताया कि हम लोग शोरूम में कुल 40 व्यक्ति काम करते हैं।
बुधवार को एक स्टाफ का रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आया है और गुरुवार को बांकी बचे कर्मी अपने-अपने जांच करवाने के लिए जांच सेंटर आए तो 5 लोगों का टेस्ट रिपोर्ट में एक व्यक्ति का रिपोर्ट फिर पॉजिटिव आया। कहा कि इससे सभी कर्मियों में काफी दहशत है। कर्मियों का कहना है कि हम लोग काम नही करेंगे तो परिवार कैसे चलेगा। यह भी एक सवाल है। कम्पनी काम नही करने पर पूरा रुपया ही काट लेते हैं करे तो क्या करे?
वही शहर के एक चावल व्यवसायी के भी परिजन के पोजेटिव होने की जानकारी प्राप्त हो रही है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।