किशनगंज /संवादाता
25 दिसंबर की सुबह लाल फ़ीता काट कर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट लीग के 27वे वर्षगाँठ की शुरुआत हो गई ।लीग के पहले मैच में ठाकुरगंज ने धरमगंज को हरा जीत हासिल की ।हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी लीग मैच रूईधासा के मैदान में खेला जा रहे है ।हालिया वर्षों में रूईधासा मैदान की जो हालत है वो किसी से छुपी नहीं है ,क्रिकेट पिच के हर तरफ़ गड्ढे है ,यहाँ तक की फ़ास्ट बोलर के रन्नप के लिए भी समतल ज़मीन नही है ।

ऐसे में सवाल उठता है कि ज़िला क्रिकेट संघ खिलाड़ियों की सुरक्षा के प्रति कितनी सजग है । निबंधित टीमें जो इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने आती है उनके पास खुद के मेडिकल फर्स्ट एड बॉक्स तक नहीं होते है ना ही ज़िला क्रिकेट संघ के तरफ़ से मैच के दौरान अगर कोई खिलाड़ी घायल हो जाता है उनके लिए कोई इंतजाम दिखाई दे रहा है ।ऐसे में यदि खिलाड़ी गम्भीर रूप से चोटिल हो जाए तो क्या होगा इन विषयों पर ज़िला क्रिकेट संघ का ध्यान नहीं है ।

जिसपर मैच में हिस्सा लेने वाली टीम सवाल उठा रहे है और खिलाड़ियों का कहना है कि उनके सुरक्षा का पूरा इंतजाम आयोजकों के द्वारा किया जाना चाहिए ।बता दे कि कोरोना काल में जहां अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के नियमो में मुख्य बदलाव में एक बदलाव यह था की क्रिकेट बॉल पर थूक नही लगाया जायेगा और ना ही हैंड्शेक होंगे ।लेकिन यहां नियमो को ताक पर रख कर आयोजन हो रहा है ,जिसपर संज्ञान लेने वाला कोई नहीं है।
गौरतलब हो कि देश में अभी भी कोरोना का कहर जारी है और हर दिन हजारों की संख्या में मरीज मिल रहे है और मौते हो रही है ।स्थानीय लोगों ने बताया कि खेल के दौरान Covid प्रोटोकॉल का भी पालन नहीं किया जा रहा है ।ऐसे सभी नियमो को ज़िला क्रिकेट संघ में खेल रहे टीमें अनदेखी कर रही है जो की खिलाड़ियों के लिए ही ख़तरनाक साबित हो सकते हैं।इसलिए जरूरत है कि प्रशासन पूरे मामले पर संज्ञान ले और covid प्रोटोकॉल का पालन करते हुए खेल का आयोजन हो जिससे की खिलाड़ी सुरक्षित रहे।