42 वर्षों से धूमधाम से हो रहा है दुर्गा पूजा का आयोजन
पंडाल में भारतीय संस्कृति से जुड़े ऐतिहासिक स्थलों व पर्यटन स्थलों की कला कृति का मिलता है नमूना
किशनगंज/प्रतिनिधि
रुईधासा टाउन क्लब पूजा समिति के द्वारा की जाने वाली पूजा शहर के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहता है। यहां सबसे ज्यादा भीड़ जुटती है। यहां प्रत्येक वर्ष भारतीय संस्कृति से जुड़े ऐतिहासिक स्थलों व पर्यटन स्थलों की कला कृति का नमूना देखने को मिलता है।इस बार बंगाल के कारीगरों द्वारा फोम के जरिए पंडाल बनाया जा रहा है।पूजा में करीब 12 लाख रुपए का बजट है।यहां 42 वर्षो से पूजा हो रही है।वर्ष 1982 में पूजा की शुरुआत हुई थी। जिसके बाद से हर वर्ष धूमधाम से पूजा का आयोजन किया जाता है।पूजा में हर साल हजारों लोग जुटते है। सबसे खास बात यह कि यहां बिहारी और बंगाली समुदाय के लोग बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। सबों के सहयोग से खर्च जुटाया जाता है।यहां एक ही वंशज के पुरोहित माता की पूजा करते है।पहले स्वर्गीय दुलाल कृष्ण भट्टाचार्य पूजा करते थे। अब इनके पुत्र संजय भट्टाचार्य पूजा करते हैं।पिछले आठ वर्षों से बंगाल के पांजीपारा के सुबोध पाल प्रतिमा का निर्माण कर रहे हैं। बांग्ला विधि से यहां पूजा की जाती है जो कि भक्तों के आकर्षण का केंद्र रहता है।माता दुर्गा को विधिवत तीनों टाइम अलग अलग व्यंजनों का भोग लगाया जाता है ।पूजा के दौरान यहां खिचड़ी प्रसाद ग्रहण करने दूरदराज से भक्त पहुंचते है और बैठ कर प्रसाद का आनंद लेते है।
हर साल लगता है मेला
यहां पंडाल के ठीक बगल में बड़ा मैदान होने के कारण मेला भी लगता है। मेले में क्षेत्र के लोग बच्चों के साथ पहुंच कर झूला, खिलौनों की दुकान आदि का लुत्फ उठाते हैं। मेला लोगों के आकर्षण का केंद्र रहता है।
कमिटी के संरक्षक राजेश दुबे व संयोजक धनंजय जायसवाल के अनुसार पूजा में सबों की सहभागिता रहती है। देश के ऐतिहासिक विरासत व पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी देने का प्रयास पंडाल के माध्यम से किया जाता है।पूजा के सफल आयोजन में संरक्षक राजेश दुबे, संयोजक धनंजय जायसवाल, अध्यक्ष गौरव सिंह, सचिव कुंदन सिंह, कोषाध्यक्ष सुशील झा, उपाध्यक्ष संजय सिंह,कुणाल सिंह , संदीप घोष राय,सुनील कुंडू,प्रदीप मजूमदार,मुकेश ओझा,संजय बनर्जी,पवन सिंह, मुरली मनोहर मंजू, चंद्र शेखर यादव,प्रदीप सिंह,विजय राय,मोनू झा,प्रकाश राय,जय बनर्जी,अभिषेक पांडे, ऋषभ,सौरभ साहा सहित अन्य दर्जनों लोग सक्रिय है।





























