किशनगंज /संवादाता
गुरुवार को जिला पदाधिकारी डॉ० आदित्य प्रकाश के द्वारा जिला मुख्यालय स्थित अंबेडकर टाउन हॉल के समीप पोषण परामर्श केंद्र का विधिवत उद्घाटन किया गया ।
कार्यक्रम का शुभारंभ जिला पदाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने दीप प्रज्वलित कर एवं कार्यक्रम में उपस्थित सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों को घर-घर पोषण का संदेश पहुंचाने की शपथ दिलाते हुए किया,जिला पदाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने बताया है कि जिला में कुपोषण को दूर करने के लिए सामुदायिक सहभागिता जरूरी है आम जनों में पोषण के प्रति नजरिया व उनका रोजाना की व्यवहार में बदलाव लाने के मद्देनजर पोषण परामर्श केंद्र की स्थापना की गई है।
पोषण परामर्श केंद्र की मदद से माता-पिता अपने शिशुओं के बेहतर पोषाहार व बच्चों में कुपोषण की स्थिति की जानकारी भी ले सकते हैं, पोषण माह के दौरान पोषण परामर्श से संबंधित कार्यों की प्रमुखता दी गई है।

उद्घाटन कार्यक्रम मे ब्रजेश कुमार(एडीएम), शाहनवाज नियाजी (एसडीएम),डीपीओ आईसीडीएस मंजूर आलम पोठिया के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी जीनत यासमीन, कोचाधामन के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी नमिता घोष राष्ट्रीय पोषण मिशन के जिला समन्वय मंजूर आलम प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के जिला कार्यक्रम सहायक सुशील कुमार झा एवं पीएमएमवीवाई के जिला प्रोग्राम समन्वयक शाहबाज आलम एवं अन्य उपस्थित रहे।
जन-जन तक पहुंचाएंगे पोषण का संदेश
मौके पर आईसीडीएस के जिला प्रोग्राम पदाधिकारी मंजूर आलम ने कहा की ‘पोषण माह को सफल बनाने के लिए जन-जन तक कुपोषण के खात्मे का संदेश पहुंचाया जाएगा। इसके लिए प्रशासनिक स्तर से हर आवश्यक पहल की जा रही है। मिशन सिर्फ हर हाल में पोषण माह को सफल बनाने का है।’ उन्होंने लोगों को जागरुक करते हुए कहा कि कुपोषण को मात देने का संदेश जन-जन तक पहुंचे। साथ ही समाज के हर लोगों को जागरूक करने के लिए आवश्यक योजना बनाई गई है।
पोषण माह की सफलता को लेकर जिले के सभी प्रखंडों में प्रखंड स्तर पर भी पोषण परामर्श केंद्र की स्थापना की जाएगी। पोषण माह की सफलता ही कुपोषणमुक्त समाज निर्माण का प्रतीक है। इसलिए पोषण संदेश को जन-जन तक पहुंचाने और लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। जब समाज के हर तबके के लोग जागरूक होंगे तभी पोषण माह सफल होगा।
जब लोग स्वस्थ रहेंगे तभी उनकी सोच स्वस्थ होगी। इसलिए बेहतर समाज के निर्माण के लिए यह आवश्यक है कि हमारी इस पीढ़ी को अच्छा पोषण मिले और वह सुरक्षित रहे। सभी माताओं का यह दायित्व है कि बच्चों में कुपोषण की समस्या को दूर करने के लिए साफ सफाई पर ध्यान दें। कुपोषण की समस्या तभी दूर हो सकती है जब बच्चों को स्वच्छता के बारे में बताया जाएगा।
- सही पोषण से ही बच्चों का मानिसक विकास संभव है,उचित पोषण से ही बच्चों के शरीर का सर्वांगीण विकास होता है। इसलिए बच्चों के स्वस्थ शरीर निर्माण के लिए उचित पोषण की बेहद आवश्यक होती है। इससे बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और बच्चों का स्वास्थ्य भी काफी बेहतर रहता है। वर्ष 2020 राष्ट्रीय पोषण माह का थीम “किचन गार्डेन को बढ़ावा देने के लिए गंभीर तीव्र कुपोषण (सैम) और पौधरोपण के साथ बच्चों की पहचान और ट्रैकिंग’ रखी गई है।
- शहर से लेकर गांव तक होगा कार्यक्रम
सही पोषण की जानकारी हर घर तक पहुंचे इसके लिए जिला मुख्यालय से लेकर गांव स्तर पर पूरे माह तरह-तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसमें घर-घर क्यारी, पोषण थाली अभियान का शुभारंभ सह पौधरोपण, जननी सेवा, गोदभराई दिवस, पोषण नारों का दीवार लेखन के साथ-साथ ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस (भीएचएसएनडी) का आयोजन किया जाना है। दूसरे सप्ताह में भी इन गतिविधियों के अलावा बच्चों के प्रति उत्तरदायी व्यवहार के लिए ‘सजग’ कार्यक्रम, तीसरे सप्ताह में शिशु देखभाल, अन्नप्राशन दिवस एवं चौथे व पांचवे सप्ताह में निगरानी द्वारा अतिकुपोषित बच्चों की पहचान, 3-6 वर्ष के बच्चों के साथ केंद्र में चित्रांकन प्रतियोगिता का संचालन जैसे कार्यक्रमों का संचालन कराया जाएगा।
उक्त जानकारी आईसीडीएस कार्यक्रम पदाधिकारी सुशील झा के द्वारा दी गई ।