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किशनगंज:सौतेली माँ के प्रताड़ना से घर छोड़ा, मिला सुरक्षित आश्रय 

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किशनगंज /प्रतिनिधि

सौतेली मां की प्रताड़ना से तंग आकर क्लास 8 में पढ़ने वाली गुलशन को अब सुरक्षित आश्रय मिल गया है ।दरअसल  गलगलिया वार्ड नंबर 1 की गुलसन {काल्पनिक} नाम अपनी सौतेली मां के प्रताड़ना से तंग

आकर घर छोड़ कर ट्रेन से किशनगंज पहुंची ।जहा  स्टेशन परिसर में जीआरपी के महिला अधिकारी की नजर उस असहज बच्ची पर परी उसने उसे बच्ची को अपने संरक्षण में लिया ।संरक्षण पाते ही बच्ची फफ़क कर रोने लगी उसने रोते-रोते बताया की किस प्रकार उसकी सौतेली मां उसे शारीरिक रूप से प्रताड़ित करते थी,बात बात पर गाली देती,उलाहना देती, छोटी-मोटी गलतियों पर पीट देती थी।

 जब वह इसकी शिकायत अपने पिता से करती  थी तो पिता जो टोटो ड्राइवर हैं भी इसकी बात की अनसुनी करते थे मजबूरन वह घर से निकल गई ।बच्ची ने रोते हुए जीआरपी के महिला अधिकारी को बताया कि हम कुछ भी करके जीवन बसर कर लेंगे नहीं कुछ हो पाएगा तो आत्महत्या कर लेंगे लेकिन उस घर में वापस नहीं जाएंगे ।

जीआरपी ने इसकी सूचना चाइल्ड हेल्पलाइन और एक्सेस टू जस्टिस को दी ।  एक्सेस टू जस्टिस के जिला समन्वयक विपिन बिहारी तुरंत स्टेशन पहुंचे बच्ची को सुरक्षित स्थान पर आश्रय दिया गया ।

आज उसे मेडिकल जांचोपरांत बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया उसके बाद कटिहार बालिका गृह में आवासित किया जाएगा । बाल संरक्षण इकाई के आदेश से बच्ची का एस ए आर (सोशल इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट) तैयार किया जाएगा उसके पिता सौतेली मां दोनों की काउंसलिंग की जाएगी उसके बाद भी अगर वह बच्ची को सही सलामत रखना या अपनाने के लिए तैयार नहीं होंगे तो सरकारी नियमानुसार कार्रवाई होगी ।

इस संबंध में एक्सेस टू जस्टिस के लीगल एडवाइजर अधिवक्ता पंकज कुमार झा ने कहा कि यह दुर्भाग्य का विषय है सरकार एक तरफ जहां बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और महिला सशक्तिकरण पर बल दे रही है ।वही इस प्रकार एक बच्ची अपने परिवार और विशेष कर महिलाओं से प्रताड़ित होकर और असुरक्षित हो जा रही है जब तक सुदूर गांव की बच्ची इस तरह असुरक्षित रहेगी तब तक सरकार की योजना बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सिर्फ नारे तक सीमित रहेगी ।

किशनगंज:सौतेली माँ के प्रताड़ना से घर छोड़ा, मिला सुरक्षित आश्रय 

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