
अररिया /बिपुल विश्वास
फारबिसगंज सहरसा रेलखंड के आमान परिवर्तन कार्य में हो रहे देरी से लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है.नागरिक संघर्ष समिति के संयोजक शाहजहां शाद व सचिव रमेश सिंह ने संयुक्त बयान जारी कर फारबिसगंज सहरसा अमान परिवर्तन में देरी होने का जिम्मेदार अररिया व सुपौल के सांसद को बताया है,नागरिक संघर्ष समिति ने कहा कि फारबिसगंज-सहरसा बड़ी रेल लाइन कोशी-सीमांचल की जनता के लिए लाइफ लाइन थी.

नागरिक संघर्ष समिति द्वारा कई सालों से धरना प्रदर्शन कर सरकार का ध्यानाकर्षण करवाने का काम किया. साल 2018 में फारबिसगंज से नरपतगंज तक इस योजना में देरी के खिलाफ पदयात्रा भी की थी जिसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए थे,यहां तक कि रेलमंत्री से मिलकर इस परियोजना को जल्द पूरा करने का आग्रह किया गया लेकिन यह परियोजना कछुए की चाल की तरह आगे बढ़ रही है,कहीं न कहीं इसमें हमारे अररिया व सुपौल के सांसद कि उदासीनता भी बड़ा कारण है,
नागरिक संघर्ष समिति ने कहा कि नगर निकाय चुनाव के बाद फारबिसगंज-सहरसा अमान परिवर्तन के लिए आर-पार की लड़ाई समिति लड़ेगी.समिति के प्रवक्ता पवन मिश्रा ने कहा कि अब जनप्रतिनिधियों से जनता जनार्दन का विश्वास ख़त्म हो रहा है चौदह साल बनवास काटने के बाद भी रेल परिचालन शुरू ना होना सरकार और और अधिकारियों की मानसिकता को दर्शाता है दिसंबर के आखरी सफ्ताह में धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम तय किया गया हैं. इसके बाद भी रेल प्रशासन सजग नहीं होती है तो स्थानीय लोगों के सहयोग से चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा ललित ग्राम से फारबिसगंज तक ट्रेन परिचालन में एक साजिश के तहत देरी की जा रही है.
