उत्तर बिहार के दस ज़िले बाढ़ की आपदा झेलने को विवश,नेपाल द्वारा पानी छोड़ने के बाद कई ज़िले के मुख्य तटबंध टूटे

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रितेश रंजन

दरभंगा समस्तीपुर रेलखंड पर रेल परिचालन बंद, कोरोना और बाढ़ की दोहरी त्रासदी पर सरकार का क्रियाकलाप नाकाफी,बाढ़ पीड़ित भगवान भरोसे

उत्तर बिहार के दस ज़िले बाढ़ की त्रासदी को झेल रहे है नेपाल द्वारा पानी छोडे बजाने के बाद कई जगह तटबंधों की टूटने की खबर आ रही है जिससे लाखो लोग इस आपदा को झेलने को विवश है भोजन पानी और आशियाना छीन जाने के बाद ये बाढ़ पीडित सरकारी मदद के भड़ोसे है हालाँकि कई जगह NDRF की टीम भी रेस्क्यू के लिए बाढ़ग्रस्त इलाके में उतर चूकी है ।

लेकिन कई जगह से बाढ़ की पानी मे स्थानीय लोगो द्वारा खतरनाक स्टंट की भी तस्वीर आ रही है जो बेहद चोंका देने वाली खबर है मौत की छलांग की ये तस्वीर बेहद डरावनी है बच्चे और युवा कई फिट ऊपर से बाढ़ की पानी मे छलांग लगते हुए मटरगस्ती करते नज़र आ रहे है ।

वही कोरोना संक्रमण के बीच बाढ़ से निपटना सरकार और जिला प्रसाशन के लिए दोहरी चुनौती है बाढ़ की इस आपदा और कोरोना त्रासदी के बीच सरकार अब चुनाव की तैयारी में भी जाति हुई दिख रही है जिसे विपक्ष ने आड़े हाथों लिया है ,बाढ़ की इस भयानक आपदा के बीच लाखो लोग विस्थापन का दंश झेलने को विवश है,पशुओ के लिए चारा का इंतज़ामात करना भी किसी चुनौति से कम नही है ,बाढ़ के दस्तक के बीच  उफनती नदियों में बच्चे और युवाओं की जानलेवा स्टंट,मनोरंजन का यह खेल कभी जिंदगी के लिए पड़ सकता है महंगा ।

हालाकी 40 से 50 फीट ऊपर से सीधे बाढ़ के पानी में छलांग लगाते बच्चे और युवाओं की दलील है कि वह लोग अच्छे ढंग से तैरने जानते हैं,इसीलिए इस तरह से स्टंट बाजी कर मनोरंजन कर रहे हैं, लेकिन जब ऐसे बच्चों और युवाओं को इससे जुड़ी खतरे के बारे में अगाह करने के बाद वे लोग भी माने इस तरह से स्टंट बाजी करना जिंदगी को दांव में लगाने जैसी है।

कटिहार डंडखोरा में महानंदा नदी में बाढ़ के पानी में मस्ती के नाम पर जिंदगी दाव पर लगाने वाले युवा और बच्चे अब इसे नही करने या बड़े अभिभावकों की मौजूदगी में संभलकर करने की बात कह रहे हैं।

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उत्तर बिहार के दस ज़िले बाढ़ की आपदा झेलने को विवश,नेपाल द्वारा पानी छोड़ने के बाद कई ज़िले के मुख्य तटबंध टूटे