कैमूर/भभुआ(ब्रजेश दुबे):
प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर आज भाजपा कार्यालय मे जिलाध्यक्ष मनोज जायसवाल ने महामंत्री संतोष खरवार,जिला प्रवक्ता सुजीत सिंह,कोषाध्यक्ष प्रेम प्रकाश पाण्डेय,मिडिया प्रभारी शीलू तिवारी,सुबाष जायसवाल की उपस्थिति मे प्रेस वार्ता किया वार्ता के क्रम मे जिलाध्यक्ष ने कहा कांग्रेस एवम् उसके सहयोगी संगठन जो अपने आप को देश के मुसलमानों, दलित,महादलित,आदिवासी, अतिपिछड़ा वर्ग का हितैषी बताते है।
उनके किसी भी राजनैतिक,सामाजिक क्रियाकलाप मे कहीं दिखाई नही देता है।आजतक कांग्रेस जैसा संगठन उपरोक्त वर्ग से सम्बंधित किसी नेता या कार्यकर्ता को अध्यक्ष तक नहीं बना पायी।राजद जैसा जातिवादी एवं परिवारवादी संगठन के बयानवीर नेता लोगो को बताना चाहिए की वो अपने किस मुस्लिम,दलित,अतिपिछड़ा एवं आदिवासी समाज के नेतृत्व को अपना अध्यक्ष बनाया और नहीं बनाया तो क्यों? क्या उनके पारिवारिक नेतृत्व के सामने खतरा हो सकता है या संगठन का अस्तित्व समाप्त हो सकता है। इधर भाजपा शुद्ध लोकतांत्रिक संगठन का परिचय देते हुए अपने कई नेतृत्वकारी कार्यकर्ताओं को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष तक बनाया।इसके अतिरिक्त अन्य शीर्ष पदों पर भी कमजोर वर्ग के लोगो को स्थापित किया।अपने पुरखो के अन्तयोदयी विचारधारा के तहत अब्दुल कलाम जैसे वैज्ञानिक जो मुस्लिम समाज से थे,रामनाथ कोविंद जी जैसे दलित समाज के व्यक्तित्व को देश के राष्ट्रपति जैसे शीर्ष पदों पर स्थापित कर अब आदिवासी समाज के पढ़ी लिखी बौद्धिक समृद्ध महिला को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाकर देश और दुनिया के सामने एक अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है।
उनकी विजय भी सुनिश्चित है।परन्तु कांग्रेस के साथ खड़े वामपंथी व तथाकथित समाजवादी दलो ने आदिवासी समाज के महिला उम्मीदवार का विरोध कर अपना सामंती स्वरूप देश के आगे प्रस्तुत किया है।विरोधियों के इस फैसले से एक बात स्पष्ट हो चूका है की इन परिवारवादी संगठनों के मालिकों को अपने परिवार के अलावा कही कोई योग्यता दिखाई नही देती।जगदीप धनखड़ जैसे अतिपिछड़ा समाज से उपराष्ट्रपति पद हेतू उम्मीदवार घोषित कर एक बार फिर अतिपिछड़ा समाज को विचार के लिए उत्साहित किया है।ऐसे मे देश मे डा अम्बेडकर,कर्पूरी ठाकुर के सपने सामाजिक न्याय को भारतीय जनता पार्टी साकार करने मे लगी है,जिसे देश के लोगों का व्यापक समर्थन भी मिल रहा है।