दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा गुरु पूर्णिमा कार्यक्रम का किया गया आयोजन,श्रद्धापूर्वक की गई गुरु पूजा

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किशनगंज /प्रतिनिधि

दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा गुरु पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन शहर के दिगंबर जैन भवन में किया गया।  कार्यक्रम का शुभारंभ श्री गुरु महाराज  के पूजन  तथा  वेद मंत्रों के उच्चारण से प्रारंभ हुआ । 

श्री आशुतोष महाराज जी का शिष्य स्वामी श्री सुकर्मानंद जी ने कहा कि श्री महाराज जी हमेशा कहा करते हैं कि गुरु पूर्णिमा महोत्सव में आध्यात्मिक एवं वैज्ञानिक तथ्य निहित है और आत्मा उत्थान के लिए हर शिष्य को इसे जानना अति अनिवार्य है।

उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है क्योंकि शताब्दियों पूर्व, आषाढ़ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को महर्षि वेद व्यास जी का अवतरण हुआ था। वही वेद व्यास जी, जिन्होंने वैदिक ऋचाओं का संकलन कर चार वेदों के रूप में वर्गीकरण किया था। 

18 पुराणों, 18 उप-पुराणों, उपनिषदों, ब्रह्मसूत्र, महाभारत आदि अतुलनीय ग्रंथों को लेखनीबद्ध करने का श्रेय भी इन्हें ही जाता है।ऐसे महान गुरुदेव के ज्ञान-सूर्य की रश्मियों में जिन शिष्यों ने स्नान किया, वे अपने गुरुदेव का पूजन किए बिना न रह सके। इसलिए शिष्यों ने उनके अवतरण के मंगलमय एवं पुण्य दिवस को पूजन का दिन चुना। यही कारण है कि गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है।

 

वही कार्यक्रम में संजय यादव, अंकुश कुमार, जय किशन प्रसाद, राजेश गुप्ता, जयंत यादव, राम प्रसाद यादव  रूपेश सिंह, महेश प्रधान, संजीव कुमार,अशोक कुमार, जनार्दन साह संजय सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा गुरु पूर्णिमा कार्यक्रम का किया गया आयोजन,श्रद्धापूर्वक की गई गुरु पूजा