बहादुरगंज/किशनगंज /देवाशीष चटर्जी
एआईएमआईएम के पांच विधायकों में से चार विधायक बहादुरगंज विधानसभा क्षेत्र से अंजार नईमी, कोचाधामन क्षेत्र से विधायक हाजी इजहार अशफी,जोकि क्षेत्र के विधायक शहनवाज आलम,एवम बायसी क्षेत्र के विधायक सैयद रुकनुद्दीन के अचानक पाला बदलकर राजद में शामिल हो जाने से सीमांचल में पार्टी को गहरा झटका लगा है।वही जिले के एआईएमआईएम कार्यकर्ताओं में आक्रोश व्याप्त है और आगामी चुनावों में सबक सिखाने की बात कही जा रही है।
जानकारी के अनुसार वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में सीमांचल क्षेत्र से एआईएमआईएम के पांच विधायक निर्वाचित होकर सीमांचल की राजनीति में पार्टी ने अपना राजनीतिक पैठ बनाया था।वहीं करीब डेढ़ वर्ष के बाद अचानक चार विधायकों का पाला बदलकर राजद में शामिल हो जाने के बाद राजनीति के जानकार इसे जहां पार्टी को बड़ा नुकसान मानकर चल रहे हैं वहीं दूसरी ओर एआईएमआईएम पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह अमौर विधायक अख्तरुल इमाम सहित पार्टी के अन्य कार्यकर्ता चार विधायक का पाला बदलने से जुड़ी घटना को सामान्य राजनीतिक घटना बताकर मीम को किसी भी प्रकार का नुकसान नही होने की जानकारी दिया है।पार्टी से जुड़े स्थानीय सूत्रों ने यह भी बताया है कि पार्टी बड़ी होती है न कि पार्टी के विधायक।चार विधायक के टूटने से पार्टी कमजोर नही हुई है।
बल्कि इस घटना से पार्टी नए जोश व खरोश के साथ मजबूती से उभरकर आगामी लोकसभा एवम विधानसभा चुनाव में जीत का परचम लहराएगी।उक्त मामले को लेकर डाकबंगला बहादुरगंज परिसर में पार्टी के युवा जिला अध्यक्ष मासूम रेजा सहित दर्जनों मीम कार्यकर्ताओ ने एक बैठक आयोजित कर चार विधायकों के इस कदम की निंदा करते हुए पार्टी को किसी भी तरह राजनीतिक नुकसान से साफ इंकार किया है।स्थानीय पार्टी सूत्रों के अनुसार पार्टी की टिकट पर निर्वाचित होने वाले चारों विधायक राजद में शामिल होकर पार्टी से गद्दारी किये हैं।जिसका सबक आने वाले चुनाव में क्षेत्र की जनता देगी।