देश /डेस्क
केंद्र सरकार द्वारा सेना बहाली में नई नीति लागू करने की घोषणा के बाद बिहार,हरियाणा,उत्तराखंड में बवाल हो रहा है ।अभ्यर्थी सड़क पर उतर कर हंगामा कर रहे है ।वही हंगामा कर रहे युवाओं के समर्थन में बीजेपी सांसद वरुण गांधी का साथ मिला है ।बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर अग्निपथ भर्ती योजना से जुड़े नीतिगत तथ्यों पर पक्ष साफ करने की बात कही है ।
श्री गांधी ने कहा की ‘अग्निपथ’ योजना को लेकर देश के युवाओं के मन में कई सवाल हैं। उन्होंने कहा की युवाओं को असमंजस की स्थिति से बाहर निकालने के लिए सरकार अतिशीघ्र योजना से जुड़े नीतिगत तथ्यों को सामने रख कर अपना पक्ष साफ करे।
रक्षामंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि सेना में 15 साल की नौकरी के बाद रिटायर हुए नियमित सैनिकों को कॉरपोरेट सेक्टर नियुक्त करने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाते। ऐसे में 4 साल की अल्पावधि के उपरांत इन अग्निवीरों का क्या होगा? चार साल सेना में सेवा देने के दौरान इन युवकों की पढ़ाई बाधित होगी। साथ ही साथ अन्य समकक्ष छात्रों की तुलना में ज्यादा उम्रदराज होने के कारण अन्य संस्थानों में शिक्षा ग्रहण करने व नौकरी पाने में मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है।
आगे उन्होंने पत्र में लिखा है कि किसान परिवार, निम्न व मध्यमवर्ग से आने वाले इन अग्निवीरों को सरकार द्वारा निर्धारित कम वेतनमान के कारण घर चलाने में आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
स्पेशल ऑपरेशन के समय सशस्त्र बलों में स्पेशलिस्ट कॉडर वाले सैनिकों की आवश्यकता होती है, ऐसे में महज 6 महीने की बेसिक ट्रेनिंग प्राप्त इन सैनिकों के कारण वर्षों पुरानी रेजिमेंटल संरचना बाधित हो सकती है। इस योजना से प्रशिक्षण लागत की बर्बादी भी होगी, क्योंकि 4 साल के उपरांत सेना इन प्रशिक्षित जवानों में केवल 25% का उपयोग ही करेगी। जो रक्षा बजट पर अनावश्यक बोझ साबित होगा।
श्री गांधी ने आगे लिखा है कि इस योजना के लागू होने के पश्चात हर वर्ष भर्ती किये गए युवाओं में से 75% चार वर्षों के बाद पुन: बेरोजगार होंगे। हर साल यह संख्या बढ़ती जाएगी। इससे देश के युवाओं में असंतोष और अधिक पनपेगा। हमें उन युवाओं के बारे में भी सोचना होगा जिनकी उम्र सीमा कोरोना एवं भर्ती सही समय पर नहीं होने के कारण पार कर गयी है।