डेस्क /न्यूज लेमनचूस
बिहार में नागरिक उड्डयन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय, भारत सरकार ने बिहार सरकार और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सहयोग से एक सम्मेलन का आयोजन किया। इस सम्मेलन में हवाईअड्डों के बुनियादी ढांचे, हेली सेवाओं, कृषि-व्यवसाय और पर्यटन स्थलों में राज्य के अवसरों को मजबूत करने, क्षेत्रीय संपर्क बढ़ाने, निवेश आकर्षित करने और व्यवसाय की पहचान करने के लिए भारतीय विमानन क्षेत्र के विशेषज्ञों को एक मंच पर लाया गया।
सम्मेलन का संचालन नागर विमानन मंत्रालय की संयुक्त सचिव श्रीमती उषा पाधी ने किया। बिहार राज्य में नागरिक उड्डयन को बढ़ावा देने पर प्रजेंटेशन बिहार के मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ और बिहार सरकार के प्रमुख सचिव श्री संदीप पोंड्रिक द्वारा की गई। बैठक में पर्यटन मंत्रालय के निदेशक श्री मनोज मेहता, फिक्की की निदेशक, पालका साहनी, बिहार सरकार के रेजिडेंट कमिश्नर और नागरिक उड्डयन मंत्री के निजी सचिव श्री अजय यादव भी उपस्थित थे।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया कि उद्योग के परिदृश्य पर एक प्रस्तुति कैप्टन ध्रुव रेब्बाप्रगदा, क्षेत्रीय निदेशक, सुरक्षा और एयरबस इंडिया और दक्षिण एशिया के सदस्य प्रबंधन बोर्ड द्वारा दी गई।
जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि बिहार भारत के प्रगतिशील राज्यों में से एक है और इसमें विकास की अपार संभावनाएं हैं। हाल के वर्षों में राज्यों के नागरिक उड्डयन क्षेत्र ने हवाई यात्रियों, हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे आदि के मामले में तेजी से वृद्धि देखी है और राज्य को देश के अन्य राज्यों से जोड़ने की कुंजी है, जबकि बाकी दुनिया के साथ राज्य के पर्यटन, व्यापार और वाणिज्य को भी आगे ले जा रहा है। साल 2020 में दरभंगा हवाई अड्डे से हवाई सेवाओं के नियमित वाणिज्यिक संचालन से राज्य को काफी लाभ हुआ है। दरभंगा हवाई अड्डे की दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद और बैंगलोर के साथ सीधी उड़ान कनेक्टिविटी है, जबकि पटना अब उड़ान-2.0 योजना के तहत अमृतसर, वाराणसी और प्रयागराज से जुड़ा है।