8 घंटा काम 8 घंटा आराम 8 घंटा मनोरंजन कानून के लिए करना होगा संघर्ष -पासवान

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कैमूर/भभुआ(ब्रजेश दुबे):

मजदूर दिवस के मौके पर ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्पलाईज युनियन के कर्मचारियों ने डीडीयू मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर शहीदों के सम्मान में मई दिवस मनाया। इस दौरान सैयदराजा में अश्वनी कुमार सिंह के नेतृत्व में, कर्मनाशा में संतोष कुमार पासवान के नेतृत्व में काफी तादात में रेल कर्मी हिस्सा लिए।


वही कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्पलाईज युनियन के मंडल सचिव संतोष कुमार पासवान ने कहा कि आज ही के दिन एक मई 1886 को अमेरिका के शिकागो शहर में मजदूरों ने 8 घंटा काम, आठ घंटा आराम व आठ घंटा मनोरंजन के लिए आंदोलन किया था।






जिस आंदोलन में कई मजदूर व मजदूर नेता शहीद हो गये थे और कुछ को मृत्युदंड दिया गया था। तभी से पुरी दुनिया के लोग उन शहीदों के याद में मजदूर दिवस/शहीद दिवस मनाते आ रहें हैं। आज फासिस्ट मोदी सरकार 44 मजदूर हितैषी श्रम कानून को समाप्त कर 4 श्रमिक कोड कानून व 12 घंटे काम के घंटे का कानून ला रही है। ताकी इस कानून के आड़ में मजदूरों के अधिकार व आवाज को कुचला जा सके। मोदी सरकार पुरे देश के सार्वजनिक व प्रकृति द्वारा प्राप्त प्राकृतिक संसाधनों को औने पौने दामो में अपने मित्र अदानी अंबानी व बहुराष्ट्रीय कंपंनियों को सौंपने जा रही है।

मजदूरों के अधिकारों व भत्तो पर लगातार कटौती कर रही है। ऐसे फासिस्ट सरकार के विरुद्ध संघर्ष ही हमारा बचाव होगा। सत्ता व संवैधानिक संस्थाएं आज उनके हाथों का खिलौना बन गई है । ऐसे में संघर्ष ही एक मात्र हथियार है जिससे हम फासिस्ट सरकार को प्रास्त कर सकते हैं। किसान आंदोलन इसका जीता जागता उदाहरण है। इससे हमलोगों को प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना होगा।






सबसे ज्यादा पड़ गई