कैमूर/भभुआ(ब्रजेश दुबे):
जिले के भगवानपुर थाना के पुलिस ने रविवार की रात मे दिवा गश्ती के दौरान मिली गुप्त सूचना के आधार पर भगवानपुर थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांव से कुल 8 को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार लोगों में स्थानीय थाना क्षेत्र के गांव खिरी के भगवानपुर पंचायत के पूर्व मुखिया प्रत्याशी लकड़ी चिरान मशीन के प्रोपराइटर सूर्यवंश सिंह तथा पहाड़िया खुर्द के हीरा प्रसाद के पुत्र रामकरण प्रसाद गांव शाहपुर के रामकिशोर बिंद का पुत्र सत्येंद्र बिंद बबन प्रसाद के पुत्र अमरेंद्र बिंद सवाली राम के पुत्र उपेंद्र राम वही गांव पहाड़ियां के लाल बहादुर राम के पुत्र योगेंद्र राम तथा चैनपुर थाना क्षेत्र के गांव सिमरिया सदौली के लल्लन बिंद का पुत्र सोवरन बिंद व बलिराम बिंद का पुत्र इंदल शामिल हैं ।
पूछे जाने पर पुलिस पदाधिकारी राकेश कुमार रौशन ने बताया कि सभी शराब पी व शराब के कारोबार में शामिल कारोबारी पुलिस छापेमारी के दौरान पुलिस छापेमारी मे 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिसमें 7 लोग शराब के नशे में पाए गए हैं वही एक पूर्व मुखिया प्रत्याशी को उनके लकड़ी चिरान मशीन से 180ml का 18 बोतल टेटा पैक शराब के साथ गिरफ्तार किया गया है सभी गिरफ्तार लोगों को रविवार की रात स्थानीय सीएचसी में मेडिकल जांच कराया गया जहां सात को शराब पीने की पुष्टि हुई थानाध्यक्ष ने बताया कि सभी गिरफ्तार लोगों के गांव के आसपास से ही की गई है। बताया जाता है कि सुबे की सरकार ने आजीवन शराब नहीं पीने का संकल्प के बाद भगवानपुर में शराब के कारोबारी अपने शराब को कारोबार व शराब पीने में काफी रुचि लेते देखे जा रहे हैं। लेकिन पुलिस उनसे मनसे पर पानी फिरने में भी कामयाब हासिल हो रही है।
बताया जाता है कि मुख्यमंत्री का आजीवन शराब नहीं पीने के सपथ के बाद भगवानपुर पुलिस ने प्रतिदिन शराब वशराब के नशे में शामिल शराबियों को पकड़ने में अब तक कामयाब होते देखा जा रहा है लेकिन बताया जाता है कि जब तक से आम लोगों में शराब नहीं पीने व शराब के कारोबार नहीं करने की भावना उत्पन्न नहीं होगी तब तक से बिहार में पूर्ण शराबबंदी का बनाया गया कानून सफल होना संभव नहीं दिख रहा है। हालांकि सरकार के द्वारा शराबबंदी के बाद से कई जगहों पर नुक्कड़ नाटकों के जरिए शराब पिने से होने वाले नुकसान के संबंध में जन जन तक पहुंचाने का प्रयास किया गया था लेकिन बुद्धिजीवियों का कहना है कि एक बार फिर सरकार के द्वारा सरकार शराब पीने से होने वाले नुकसान वह पूर्ण शराबबंदी का अभियान चलाना आवश्यक है।