बिहार : जातीय जनगणना समेत अन्य मांगों को लेकर आरजेडी नेता उतरे सड़कों पर,पुलिस ने रोका तो बैठ गए सड़क पर

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पटना /प्रतिनिधि 

राजद ने आज मंडल कमीशन की सिफारिशें लागू होने की तिथि पर राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया.आरजेडी द्वारा जातिगत जनगणना कराने, आरक्षित कोटे से बैकलाग के रिक्त पदों को भरने, मंडल आयोग की बाकी अनुशंसाएं को भी लागू करने की मांगों को लेकर राजद सड़क पर उतरी.राजधानी पटना समेत बिहार के सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन किया.भारी संख्या में राजद के कार्यकर्ता और नेता सड़क पर उतरे.हालाकि इस कार्यक्रम में तेजस्वी यादव शामिल नहीं हुए.आरजेडी के प्रदर्शन को देखते हुए राजधानी में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी ।






सड़क पर उतरे RJD नेताओं को पुलिस ने रोका तो वो सड़क पर ही धरने पर बैठ गए.प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के नेतृत्व में पार्टी के वरिष्ठ नेता सड़क पर बैठकर युवा कार्यकर्ताओं को जातीय जनगणना और मंडल कमीशन की सिफारिशों की जरूरत समझाते देखे गए ।अब्दुल बारी सिद्दीकी, वृषण पटेल और उदय नारायण चौधरी जैसे नेता सड़क पर बैठकर युवा कार्यकर्ताओं को राजनीति के गुर सिखाते दिखे. प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कार्यकर्ताओं से कहा कि ऐसे खड़े होकर प्रदर्शन नहीं होता, नेता बनने के लिए तपती जमीन पर भी बैठना पड़ता है।वहीं तेजस्वी एवं तेज प्रताप के कार्यक्रम में शामिल नहीं होने पर राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी के कई नेताओं ने चुटकी ली है ।






वहीं तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा की जातिगत जनगणना करवाने की माँग उपेक्षित, गरीब व वंचित समाज के उत्थान के लिए एक अत्यावश्यक सकारात्मक व प्रगतिशील कदम है।तेजस्वी ने अपने ट्वीट में लिखा सर्वविदित है कि देश में सामाजिक आर्थिक रूप से सबसे पिछड़े OBC,SC,ST और EWS हैं। अगर सबकी संख्या की सही जानकारी नहीं होगी तो उनके उत्थान के लिए प्रयास कैसे होंगे? तेजस्वी यादव ने एक अन्य ट्वीट में कहा सामाजिक, आर्थिक व शैक्षणिक पिछड़ापन एक बीमारी है। बीमारी से मुँह मोड़ने से नहीं बल्कि उसके जड़ में जाकर,उसकी पूरी जानकारी प्राप्त कर उत्थान व समावेशीकरण के उपाय करने से ही उपचार होगा।
जातिगत जनगणना देश के विकास व समाज के वंचित और उपेक्षित समूहों के उत्थान के किए अति जरूरी है।






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