किशनगंज/इरफान
जिले के पोठिया प्रखंड अन्तर्गत बहने वाली डोंक और महानन्दा नदी का जलस्तर बढ़ने से लोग घर छोड़ ऊंचे स्थानों पर पलायन को मजबुर हो गए है । बरसात के समय दोनो नदियों के आई बाढ़ से प्रखंड क्षेत्र कई पंचायत प्रभावित हुए थे और भारी नुकसान का सामना लोगो को करना पड़ा था ।लेकिन एक बार फिर पिछले चार दिनों से हो रही लगातार बारिश ने लोगो का जीना मुहाल कर दिया है ।

बुधवार संध्या को अचानक महानन्दा नदी का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर बहने लगा। जिससे कई गांवों के लोग रात में ही अपना माल मवेशियो तथा बाल बच्चों के साथ सुरक्षित स्थानो पर जाना पड़ा। हलांकि दूसरे ही दिन जल स्तर घट कर गाँवो से धीर धीरे पानी निकलना शुरू हो गया था। लेकिन गुरुवार दोपहर से डोंक नदी का जल स्तर बढ़ने से कई गांवों के लोंगो में परेशानी बढ़ी है। इधर सीओ निश्चल प्रेम ने गोरुखाल, नौकट्टा, सारोगारा,फाला,कस्वाकलियागंज,छत्तरगाछ पंचायतों के बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा कर लोगों को ऊंचे तथा सुरक्षित स्थलों पर जाने की सलाह दी और ग्रामीणों को अपना मोबाइल नम्बर देते हुए कहा कि रात में किसी भी प्रकार की परेशानी हो तो सम्पर्क कर तत्काल सूचना दे।

इधर ग्रामीणों ने कहा छत्तरगाछ पांचायत के मुखिया अबुल काशिम ने बीते बुधवार से इन्दरपुर गांव में कैम्पिंग कर बाढ़ पीड़ितों की सहायता कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार वहीं छत्तरगाछ पंचायत के पूर्व उप मुखिया योगेंद्र पासवान ने मौके पर अंचल अधिकारी श्री प्रेम को गांव में दी गई क्षतिग्रस्त नाव को दिखाते हुए गांव के लोगों को मुख्य सड़क तक आने जाने हेतु एक नई नाव की मांग की है।
जिसपर सीओ ने ग्रामीणों को नाव आपूर्ति हेतु आश्वाशन दिया है ।वहीं कई स्थानों पर सड़क पर पानी बह रहा है ।अगर बारिश इसी तरह होती रही तो भारी नुकसान का सामना ग्रामीणों को करना पड़ेगा ।मालूम हो कि हजारों एकड़ में लगी धान की फसल बर्बाद हो रही है ।