ग्रामीणों ने हवाकोल गांव में बच्चो के पठन पाठन की व्यवस्था करने की मांग की
टेढ़ागाछ (किशनगंज)विजय कुमार साह
टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत हवाकोल पंचायत स्थित रेतुआ नदी के कटाव के कारण उत्क्रमित मध्य विद्यालय हवाकोल एवं आंगनबाड़ी केंद्र नदी के गर्भ में समा गया था। जिसको देखते हुए जल निस्सरण विभाग अभी हरकत में आया है। और मिट्टी की बोरी द्वारा गांव को बचाने के लिए कटाव रोधी कार्य किया जा रहा। वहीं नदी का चीराई जेसीबी से कर धारा मोड़ने का प्रयास भी विभाग की ओर से किया जा रहा है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि बोरी के साथ प्रार्कोपाईल की भी आवश्यकता है।
बोरी बाढ़ में बहने का खतरा बना रहता है।हवाकोल पंचायत के जदयू पंचायत अध्यक्ष कृष्ण प्रसाद मंडल ने बताया कि विद्यालय के धाराशाई होने से छात्रों की पढ़ाई पुरी तरह से बाधीत है। उत्क्रमित मध्य विद्यालय हवाकोल को खजूर बाड़ी मध्य विद्यालय में सिफ्ट कर दिया गया है। उत्क्रमित मध्य विद्यालय हवाकोल से मध्य विद्यालय खजूर बाड़ी, की दूरी लगभग तीन किलोमीटर दूर है। दूरी के कारण छात्र पढ़ाई लिखाई के लिए नहीं जा पाते हैं।
अभिभावकों की मांग है कि हवाकोल गांव में हीं छात्रों की पढ़ाई लिखाई की व्यवस्था की जाय। जिससे छात्रों का जीवन अंधकारमय होने से अभी भी बचाया जा सकता है। विद्यालय तो बाढ़ में धाराशाई हो गया पर विद्यालय का प्रांगण और रसोई घर बचा हुआ है। इसलिए जिला शिक्षा पदाधिकारी से विद्यालय की तत्काल व्यवस्था कर स्कूल प्रांगण में हीं आंगनबाड़ी केंद्र और स्कूल को हवाकोल गांव में पुनः सिफ्ट कर पढ़ाई लिखाई शुरु करने की व्यवस्था की जाय।