ठाकुरगंज में पंचायत समिति की समीक्षा बैठक आयोजित,पंचायत चुनाव पर चर्चा के साथ साथ योजनाओं के प्रगति की हुई समीक्षा

SHARE:

प्रखंड विकास पदाधिकारी ने दिए आवश्यक दिशा निर्देश

किशनगंज/रणविजय


ठाकुरगंज प्रखंड मुख्यालय के सभागार कक्ष में शनिवार को प्रखंड प्रमुख नूर जमाल अंसारी की अध्यक्षता में एक समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य प्रखंड क्षेत्र में संचालित विभिन्न विकास योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करना, पंचायत स्तर पर आ रही समस्याओं को सुनना तथा आगामी चुनाव, जनगणना एवं सरकारी योजनाओं से संबंधित आवश्यक दिशा–निर्देश साझा करना मुख्य रूप से शामिल है।

बैठक में प्रखंड प्रशासन के वरीय पदाधिकारियों के साथ-साथ सभी पंचायतों के मुखिया और पंचायत समिति सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। बैठक में प्रखंड विकास पदाधिकारी अहमर अब्दाली, अंचल अधिकारी मृत्युंजय कुमार, बीपीआरओ अजित कुमार, प्रखंड शिक्षा प्रभारी सह पदाधिकारी अवधेश शर्मा, मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी रंजीत कुमार, स्वच्छता बीसी राहुल कुमार सिंह, मार्केटिंग ऑफिसर सुमित कुमार, बीसीओ सह प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी अंजनी कुमार, आवास पर्यवेक्षक रविकांत, बीएचएम सुनील कुमार सहित विभिन्न विभागों के पदाधिकारी मौजूद रहें।

वहीं जनप्रतिनिधियों में उप प्रमुख मोहम्मद नूर उर्फ पप्पू, पंचायत समिति सदस्य मोहम्मद आरफिन, मुखिया प्रतिनिधि अंजय कुमार सिंह, पंचायत समिति प्रतिनिधि महबूब आलम, मुखिया निखत प्रवीण, उप मुखिया सह मुखिया प्रभारी निर्मल कुमार गणेश, मुखिया जाकीर हुसैन, पंचायत समिति सदस्य लीली खातून, पंचायत समिति प्रतिनिधि जियाउल हक, तेज नारायण सिंह, परमेश्वर, राजेश कुमार सिंह, पूर्व प्रमुख सह पंचायत समिति सदस्य धनी लाल गणेश, अजमल साहनी सहित अन्य उपस्थित रहे।

आगामी पंचायत चुनाव 2026 से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।

बैठक को संबोधित करते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी अहमर अब्दाली ने सर्वप्रथम 15 वीं वित्त आयोग और षष्ठम राज्य वित्त आयोग से कार्यान्वित योजनाओं की जानकारी सदन को दी। आगामी पंचायत चुनाव 2026 से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बार छह पदों का चुनाव मल्टी पोस्ट ईवीएम के माध्यम से कराया जाएगा। बीडीओ ने कहा की पंचायत चुनाव 2026 के संबंध में जब भी कोई आधिकारिक सूचना प्राप्त होगी, उसे सार्वजनिक रूप से साझा किया जाएगा।


बीडीओ ने भारत सरकार के निर्देश पर शीघ्र शुरू होने वाली जनगणना प्रक्रिया की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जनगणना दो चरणों में संपन्न होगी। पहले चरण में घरों की गणना की जाएगी, जबकि दूसरे चरण में प्रत्येक व्यक्ति की गणना होगी। इस पूरी प्रक्रिया में लगभग 18 महीने का समय लगने की संभावना है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे प्रशासन का सहयोग करें और आम जनता को सही व सटीक जानकारी देकर भ्रम की स्थिति से बचाएं।

स्वच्छता अभियान की प्रगति की समीक्षा करते हुए बताया गया कि ठाकुरगंज प्रखंड में अब तक लगभग 250 शौचालयों की जियो टैगिंग (जियो कोडिंग) की जा चुकी है, शेष शौचालयों का कार्य भी चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जा रहा है। हालांकि एसटी-एससी योजनाओं की प्रगति को लेकर चिंता व्यक्त की गई। अधिकारियों ने बताया कि इस मद में कार्य अपेक्षाकृत धीमा है, जिसे गति देने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं।


बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा हुई। उप स्वास्थ्य केंद्रों पर अतिक्रमण की समस्या को गंभीर बताया गया। पंचायत समिति सदस्य राजेश कुमार सिंह और पूर्व प्रमुख धनी लाल गणेश ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाते हुए कहा कि अतिक्रमण के कारण आम लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने प्रशासन से शीघ्र अतिक्रमण हटाने की मांग की। इस पर अधिकारियों ने आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया। आशा बहाली में हो रही देरी को लेकर भी सदन में गर्मा गर्मी का माहौल रहा।


इसके अलावा रसिया हाट क्षेत्र में लगभग तीन एकड़ सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे का मामला भी बैठक में उठा। जनप्रतिनिधियों ने कहा कि इस अवैध कब्जे के कारण टेंडर प्रक्रिया बाधित हो रही है और विकास कार्य ठप पड़े हैं। अधिकारियों ने मामले की जांच कर नियमानुसार कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर भी विस्तृत चर्चा हुई।

अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि योजना के अंतर्गत लाभुकों का भौतिक सत्यापन अनिवार्य है और सत्यापन के बाद ही हस्ताक्षर किए जाएंगे, ताकि किसी भी प्रकार की अनियमितता या गड़बड़ी से बचा जा सके। बैठक में बाल विवाह, संस्थागत प्रसव एवम समाज कल्याण की योजनाओं पर भी चर्चा की गई।

बैठक के अंत में प्रखंड प्रमुख नूरजमाल अंसारी ने सभी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से आपसी समन्वय के साथ कार्य करने की अपील की। उन्होंने कहा कि विकास योजनाओं का वास्तविक लाभ तभी संभव है, जब प्रशासन और जनप्रतिनिधि मिलकर ईमानदारी से कार्य करें।

उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। बैठक सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई।

Leave a comment

सबसे ज्यादा पड़ गई