देश/डेस्क
पूर्वी लद्दाख में LAC पर भारत और चीन के बीच गोलीबारी का मामला सामने आया है ।जानकारी के मुताबिक 10 सितंबर को दोनों देशों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर यह फायरिंग हुई है ।यह फायरिंग पैंगोंग त्सो झील के उत्तरी किनारे पर हुई और करीब 200 राउंड फायरिंग हुआ था ।
सेना अधिकारियों द्वारा जानकारी दी गई है कि यह घटना तब हुई जब भारतीय सेना ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ऊंचाई वाले जगह पर अपना नियंत्रण कर लिया था। गौरतलब हो कि LAC पर यह तीसरी घटना है इससे पहले 29-30 अगस्त को भी दोनों देशों के बीच झड़प हुआ था ।सेना सूत्रों के मुताबिक भारत की बढ़ती ताकत से चीन बौखलाहट में है ।
मालूम हो कि सेना द्वारा ऊंची चोटियों पर कब्जा जमाया जा चुका है जिससे चीन की सेना द्वारा लगातार भारतीय सैनिकों को उकसाया जा रहा है ।भारत के द्वारा भी LAC पर चीन को मुंहतोड़ जवाब देने की पूरी तैयारी है और अग्रिम मोर्चे पर तोप सहित अन्य सैन्य उपकरण तैनात किए जा चूके है । मालूम हो कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को लोकसभा में कहा था कि चीनी सेना ने एलएसी के अंदर बड़ी संख्या में जवानों और हथियारों को तैनात किया है और क्षेत्र में दोनों देशों के सैनिकों के बीच टकराव के अनेक बिंदु हैं।
साथ ही उन्होने कहा था कि हमारी सेना ने भी जवाबी तैनातियां की हैं ताकि देश के सुरक्षा हितों का पूरी तरह ध्यान रखा जाए। हमारे सशस्त्र बल इस चुनौती का डटकर सामना करेंगे। हमें अपने सशस्त्र बलों पर गर्व है। उन्होंने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा का सम्मान करना और उसका कड़ाई से पालन किया जाना, सीमा क्षेत्रों में शांति और सद्भाव का आधार है ।






























