पटना में विधान सभा मार्च के दौरान भाजपा नेता की मौत,जेपी नड्डा ने बताया सरकार की विफलता और बौखलाहट का नतीजा

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पटना /प्रतिनिधि

भाजपा के द्वारा आयोजित विधान सभा मार्च के दौरान पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए जमकर लाठियां चटकाई साथ ही आसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछार की गई।इस दौरान डाक बंगला चौक और उसके आस पास के इलाको में अफरा तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया ।इस लाठी चार्ज में भाजपा नेता विजय कुमार सिंह की मौत हो गई वही दर्जनों नेता इस लाठी चार्ज में घायल हुए है ।

बता दे की भाजपा के द्वारा तीन प्रमुख मुद्दों को लेकर विधानसभा घेराव की घोषणा की गई थी। इसमें नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देना, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ दायर चार्जशीट में उनके इस्तीफे की मांग और राज्य के युवाओ के लिए 10 लाख नौकरी देने का राजद का वादा शामिल था। इसी को लेकर भाजपा ने विधानसभा घेराव के लिए बड़ा प्रदर्शन किया। लेकिन जैसे गांधी मैदान से भाजपा के लोग आगे बढ़े और बैरीकेडिंग को तोड़ने की कोशिश की पुलिस ने उन पर बल प्रयोग किया।

पुलिस लाठी चार्ज में भाजपा नेता जनार्दन सिग्रीवाल,नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ,पूर्व विधायक बेबी कुमारी के साथ साथ दर्जनों नेता घायल हुए है।वही भाजपा नेता की मौत के बाद सियासत पूरी तरह गर्म हो चुकी है ।भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने मृतक के परिजनों को दस लाख रूपए आर्थिक सहायता दिए जाने का ऐलान किया है ।

उन्होंने नेता की मौत के लिए सीएम नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया है।भाजपा ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताया है ।भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा की यह लाठीचार्ज राज्य सरकार की विफलता और बौखलाहट का नतीजा है।उन्होंने कहा की महागठबंधन की सरकार भ्रष्टाचार के क़िले को बचाने के लिए लोकतंत्र पर हमला कर रही है।

जिस व्यक्ति पर चार्जशीट हुई है, उसको बचाने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री अपनी नैतिकता तक भूल गये हैं ।वही एसएसपी राजीव मिश्रा ने भाजपा नेता की मौत मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा की विजय कुमार सिंह की मौत लाठी चार्ज से नही हुई है ।उन्होंने कहा की मृतक के शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले हैं।

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