किशनगंज /प्रतिनिधि
किशनगंज में नर्सिंग होम संचालकों का मनोबल पूरी तरह बढ़ चुका है । नर्सिंग होम संचालक गरीब मरीजों के साथ तो भयादोहन करते ही थे वही अब जनप्रतिनिधियों के साथ भी मारपीट करने लगे है । ताजा मामला जिला परिषद सदस्य फैजान अहमद से जुड़ा हुआ है जिनके साथ शनिवार को नर्सिंग होम संचालक और उनके गुर्गों के द्वारा मारपीट की गई है । बता दे की उत्तर पल्ली स्थित रहमानी क्लिनिक में एक मरीज को जबरन बंधक बना कर रखा गया था ।जिसके बाद जिला परिषद सदस्य फैजान अहमद नर्सिंग होम पहुंचे थे यह आग्रह करने की गरीब मरीज है और तत्काल दस हजार रुपए लेकर छोड़ दिया जाए। शेष राशि बाद में भुगतान कर दिया जायेगा। इसी बात पर दोनो लोगो के बीच कहा सुनी हुई और बात इतनी बढ़ गई की नर्सिंग होम संचालक अहसन असगर और उनके गुर्गों के द्वारा न सिर्फ जिला परिषद सदस्य के साथ धक्का मुक्की किया गया बल्कि मारपीट तक की गई ।
जिसके बाद जिप सदस्य ने थाना में नर्सिंग होम संचालक के खिलाफ आवेदन देकर कारवाई की मांग की है। जिप सदस्य ने बताया की अगर तीन दिनों के अंदर कारवाई नही होती तो उनके द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा ।वही नर्सिंग होम पहुंच कर जब News lemonchoose संवाददाता ने पड़ताल किया तो नर्सिंग होम बिना निबंधन के ही संचालित किया जा रहा है।नर्सिंग होम का कोई बोर्ड तक नही था और मानकों के विपरीत धड़ल्ले से यहां इलाज किया जा रहा था। नर्सिंग होम संचालक अहसन असगर से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा की रजिस्ट्रेशन के लिए पेपर तैयार है लेकिन अभी तक निबंधन करवाया नहीं गया है। वही मारपीट की घटना में स्वयं की सहभागिता से इंकार करते हुए स्टाफ द्वारा मारपीट किए जाने की बात को भी स्वीकार किया है ।
गौरतलब हो की जिले में कुकुरमुत्ते की तरह उग आए नर्सिंग होम खुले आम नियमो को ताक पर रख कर काम कर रहे है । बिहार में स्वास्थ्य विभाग उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के जिम्मे है बावजूद इसके सीमावर्ती किशनगंज जिले में नर्सिंग होम धड़ल्ले से नियमो का उलंघन कर रहे है लेकिन कारवाई के नाम पर नतीजा सिफर है। देखने वाली बात होगी की इस मामले में जिला प्रशासन संचालक के विरुद्ध क्या कारवाई करती है ।फिलहाल पुलिस पुरे मामले के जांच में जुटी हुई है ।जरूरत है ऐसे नर्सिंग होम संचालक के खिलाफ सख्त कारवाई किए जाने की ताकि भयादोहन को रोका जा सके ।