फारबिसगंज के सुभाष चौक पर 01 अरब 16 करोड़ रुपया की लागत से फ्लाई ओवर ब्रिज का होगा निर्माण,जल्द निर्माण कार्य होगा शुरू

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फारबिसगंज/ बिपुल विश्वास।


फारबिसगंज के सुभाष चौक पर 01 अरब 16 करोड़ रुपया की लागत से फ्लाई ओवर ब्रिज का निर्माण होगा.फ्लाई ओवर ब्रिज के निर्माण का कार्य बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के द्वारा जल्द ही प्रारंभ कर दिया जायेगा.

उपरोक्त बातें गुरुवार को फारबिसगंज विधायक विद्यासागर उर्फ मंचन केसरी ने शहर के एसके रोड स्थित विधयाक जनसंपर्क कार्यालय के परिसर में प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन कर पत्रकारों से कही.विधायक श्री केसरी ने आगे जनाकरी देते हुए कहा कि फारबिसगंज शहर के सुभाष चौक पर फ्लाई ओवर ब्रिज अर्थात आरओबी का निर्माण कराये जाने को ले कर वे काफी दिनों से प्रयासरत थे व लगातार विधान सभा मे इसके निर्माण के लिए मांग करते रहे. पथ निर्माण विभाग को फ्लाई ओवर ब्रिज का निर्माण करना था काफी प्रयास के बाद आखिरकार बिहार सरकार ने फ्लाई ओवर ब्रिज अर्थात आरओबी के निर्माण के लिए प्रशासनिक स्वीकृति दे दी है.

विधायक श्री केसरी ने बताया कि सुभाष चौक रेलवे क्रासिंग पर पहले ये फ्लाई ओवर ब्रिज अर्थात आरओबी लगभग 64 करोड़ की लागत से बनना था लेकिन उसके बाद पथ निर्माण विभाग ने इसका पुनः स्टीमीट बना कर एनएफ रेलवे मालीगांव के जीएम को भेजा एनओसी के लिए जिसके बाद एनओसी प्राप्त हुआ और अब सुभाष चौक पर 01 अरब 16 करोड़ की लागत से फ्लाई ओवर ब्रिज अर्थात आरओबी का निर्माण होगा.

विधायक श्री केसरी ने कहा कि बिहार में इस प्रकार के कुल 48 फ्लाई ओवर ब्रिज अर्थात आरओबी का निर्माण होना है जिसमे सुभाष चौक का आरओबी भी शामिल है.विधायक श्री केसरी ने कहा कि सुभाष चौक पर आरओबी के निर्माण हो जाने से वहां लगने वाले भीषण जाम की समस्या से शहर के लोगो को निजात मिल जायेगा.

25 करोड़ 69 लाख की लागत से मीरगंज में परमान नदी अपर अवस्थित पुल का होगा निर्माण,
विधायक श्री केसरी ने पत्रकारों को आगे जनाकरी देते हुए बताया कि वर्ष 2017 के प्रलयकारी बाढ़ के दौरान भारत – नेपाल सीमा को आपस मे जोड़ने वाली फारबिसगंज — जोगबनी मुख्य मार्ग एनएच 57 ए पर मीरगंज में परमान नदी पर अवस्थित जर्जर हो चुके ऐतिहासिक लोहे
के पुल के जगह पर अब 25 करोड़ 69 लाख रुपया की लागत से पुल का निर्माण होगा जिसकी प्रशासनिक स्वीकृति मिल चुकी है.उक्त पुल की लंबाई 24.7 मीटर होगा.विधायक श्री केसरी ने कहा कि वर्ष 2017 में मीरगंज में परमान नदी पर अवस्थित ऐतिहासिक पुल के जर्जर हो जाने व बड़े वाहनों के उक्त पुल पर प्रवेश करने पर रोक लग जाने के बाद उन्होंने उक्त पुल के निर्माण को ले कर लगातार विधान सभा मे मामला उठाते रहे।

जिसके बाद आज वह दिन भी आया कि उक्त जर्जर लोहे के पुल के जगह पर पुल निर्माण होने की प्रशासनिक स्वीकृति मिल गयी है.विधायक श्री केसरी ने कहा कि उक्त पल के निर्माण हो जाने के बाद भारत — नेपाल सीमा के जोगबनी के लोगो को बड़ी राहत मिलेगी साथ ही आवागमन के अलावा व्यपारिक सामरिक दृष्टिकोण से उक्त पुल काफी महत्वपूर्ण है.

प्रशासनिक पदाधिकारी समय रहते दें एनओसी ताकि कृषि उत्पादन बाजार समिति के जिर्णोदार व सौंदर्यीकरण के दूसरे फेज का कार्य हो प्रारंभ होगा।विधायक श्री केसरी ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पत्रकारों से कहा कि कृषि उत्पादन बाजार समिति के सौंदर्यीकरण व जीर्णोद्धार कार्य के लिए प्रथम चरण में 19 करोड़ की स्वीकृति मिली थी जिसका काम पूरा होने के बाद अनुमंडल पदाधिकारी सह विशेष पदाधिकारी को एनओसी देना था।लेकिन विभाग के द्वारा अप्रैल 2022 में प्रथम फेज का कार्य पूरा कर लिया गया अब तक एनओसी नही देने व हैंड ओवर नही लेने के कारण दूसरे फेज का काम शुरू नही हो पाया है.

विधायक श्री केसरी ने कहा कि प्रशासनिक पदाधिकारी समय रहते दें एनओसी ताकि कृषि उत्पादन बाजार समिति के जिर्णोदार व सौंदर्यीकरण के दूसरे फेज का कार्य हो प्रारंभ हो सके व विकास कार्य को गति मिल सके.यही नही विधायक श्री केसरी ने कहा कि दूसरे फेज में 79 करोड़ 24 लाख की लागत से कृषि उत्पादन बाजार समिति फारबिसगंज के जीर्णोद्धार, सौंदर्यीकरण, मछली बाजार, फल बाजार,सड़क व नाला निर्माण, दुकानों का जीर्णोद्धार सहित अन्य विकास का कार्य शुरू होना है.बिहार राज्य पुल निगम के द्वारा कई बार विभाग से एनओसी के लिए मांग किया गया है.एनओसी मिलते ही संबंधित संवेदक तुरंत कार्य प्रारंभ कर देंगे.प्रेस कांफ्रेंस में विधायक श्री केसरी के अलावा भाजपा नगर अध्यक्ष रजत सिंह,मनोज कुमार झा,भाजपा के खवासपुर मंडल अध्यक्ष सुनील चौरसिया,विधायक प्रतिनिधि अविनाश कनोजिया अंशु, मृत्युंजय झा,भसजयुमो प्रदेश कार्यसमिति सदस्य प्रेम केसरी सहित भाजपा के अन्य कार्यकर्तागण मौजूद थें।

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