टेढ़ागाछ (किशनगंज):विजय कुमार साह
नेपाल कि तराई में वर्षा होने से टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र होकर बहने वाली रेतुआ एवं कनकई व गोरिया नदियों का जलस्तर बढ़ने से आस-पास के गांवों में भय का माहौल व्याप्त है। बताते चलें कि नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र से छोड़ें गए पानी की वजह से नदियां उफान पर हैं। नदियों के जलस्तर में वृद्धि की वजह से नदी किनारे रह रहे लोगों का कहना है कि नदियों में आए तेज बहाव के कारण उपजाऊ भूमि एवं घरों का कटाव बदस्तर जारी है।
मटियारी पंचायत स्थित मालीटोला, बाभनटोली, कुर्राटोली, सुन्दरबाड़ी, गर्राटोली, हरहरिया, सिरनियां, निरनियां, बलुआ डांगी, बेणुगढ़ आदि दर्जनों गांव कनकई नदी के कटाव की चपेट में हैं। वहीं रेतुआ नदी के कटाव से सुहिया , धापरटोला, लोधाबाड़ी,डोरिया, दर्जनटोला, गढ़ीटोला, खजूर बाड़ी,हाथीलदा, फुलवरिया,कोठी टोला देवरी,देवरी खास, बभनगांवा, देवरी,चिल्हनियां,हवाकोल, आदि दर्जनों गांवों पर कटाव का खतरा मंडरा रहा है। जिससे वहां के लोग कटाव के जद में आने से भय के साए में जीने को मजबूर हैं।
ज्ञात हो कि जल निस्सरण विभाग के तरफ से माली टोला, फुलवरिया, हवा कोल ,सुहिया आदि जगहों पर कटाव रोधी कार्य किया गया था।जो केवल खानापूर्ति भर था।इन गांवों में भी कटाव रोधी कार्य होने के बावजूद कटाव बदस्तुर जारी है। वहीं कटाव के जद में आए परिवार आपदा एवं जल निस्सरण विभाग से पुनः कटाव रोधी कार्य कराने की मांग कर रहे हैं।