किशनगंज /प्रतिनिधि
जैन साध्वियों का किशनगंज में चातुर्मास तेरापंथ धर्मसंघ के अनुयायियों के लिए ऊर्जा का स्त्रोत बन चुका है।मालूम हो की कई दिनों तक निराहार(उपवास) रहकर तपस्या करने का क्रम शुरू हो चुका है ।आचार्य श्री महाश्रमणजी की विदुषी शिष्या साध्वी संगीत श्री जी के सानिध्य में धार्मिक बैद परिवार के देवेन्द्र कंचन बैद की पुत्रवधू व हितेश बैद की धर्मपत्नी रश्मि बैद ने एक महीने तक निराहार रहकर तपस्या की है।

बता दे की जैनधर्म में सदा से तप का अत्यधिक महत्व है। छोटे बड़े हर उम्र के श्रावक आत्म निर्जरा के लक्ष्य के साथ स्वेच्छा से तपस्या को अंगीकार करते है।किशनगंज में भी तपस्या का अद्भुत दृश्य देखने को मिल रहा है।जहा साध्वी संगीत श्री जी के सानिध्य में अनुयायी कठिन तपस्या कर रहे हैं।उसी क्रम में आज स्थानीय तेरापंथ भवन में तपस्विनी रश्मि बैद के तप का विभिन्न समाज के लोगों ने आज तपोभिनंदन किया। इस मौके राजकरण दफ्तरी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।


























