टेढ़ागाछ में सैकड़ों परिवारों पर मंडराया विस्थापित होने का खतरा ,ग्रामीणों में प्रशासन के प्रति नाराजगी 

बेहतर न्यूज अनुभव के लिए एप डाउनलोड करें

टेढ़ागाछ/किशनगंज /विजय कुमार साह

जिले में लगातार बारिश से नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है।वही नदियों के जल स्तर में वृद्धि होने से कटाव तेजी से होने लगा है। टेढ़ागाछ प्रखंड में रेतुआ नदी नदी उफान पर है और चिल्हनियां पंचायत के सुहिया गांव सहित उत्क्रमित मध्य विद्यालय सुहिया एवं मस्जिद के नजदीक रेतुआ नदी का कटाव जारी है।स्थानीय लोग अपना आशियाना खुद अपने हाथो तोड़ने पर मजबूर है।

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है की जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने कटाव निरोधी कार्य करवाने का निर्देश दिया है बावजूद इसके जहा जरूरी है कार्य नही करवाया जा रहा है ।कटाव की वजह से कई एकड़ जमीन नदी के गर्भ में समाहित हो चुकी है ।लोग अपना आशियाना बचाने की जद्दोजहद कर रहे है ।सुहिया वार्ड संख्या  9 में स्थिति काफी खराब हो चुकी है और समय रहते कटाव निरोधी कार्य नही हुआ तो सब कुछ तबाह हो जायेगा ।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक स्थानीय मुखिया को मनरेगा योजना के अंतर्गत जिला पदाधिकारी द्वारा कटाव रोधी कार्य करवाने का निर्देश दिया गया है ।लेकिन स्थानीय ग्रामीणों का कहना है की मुखिया द्वारा कोई ध्यान इस ओर नही दिया जा रहा है और ना ही अंचलाधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी ही जारी कटाव को लेकर गंभीर नजर आ रहे है ।ज्ञात हो कि रतुआ नदी के कटाव के जद में सुहिया,बभनगामा,कोठी टोला देवरी,हवाकोल आदि दर्जनों गाँव हैं।इन जगहों पर कटाव रोधी कार्य नहीं होने से सैकड़ों परिवार के विस्थापित होने का अनुमान है।

टेढ़ागाछ में सैकड़ों परिवारों पर मंडराया विस्थापित होने का खतरा ,ग्रामीणों में प्रशासन के प्रति नाराजगी