किशनगंज :संक्रमण से निपटने के लिए जिला प्रशासन तैयार,सतर्कता और सावधानी जरूरी-जिलाधिकारी

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संक्रमण से लड़ने की लिए सामाजिक सहयोग भी बेहद जरूरी

किशनगंज /प्रतिनिधि

जिले में कोविड-19 का संक्रमण एक बार फिर तेज हो गया है।दिन -प्रतिदिन संक्रमण की वृद्धि हो रही है। शुक्रवार को 30 नए मरीजों के साथ ही संक्रमित मरीजों की संख्या 75 हो चुकी है। लगातार बढ़ते संक्रमण पर रोकथाम के लिए जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड में है और संक्रमण पर रोकथाम एवं इसे जड़ से मिटाने के लिए आवश्यक उपाय भी किये जा रहे हैं। इसके अलावा हर हाल में बढ़ते संक्रमण पर विराम लगे, इसके मद्देनजर कोविड 19 संक्रमण के नियंत्रण व अनुश्रवण जिला स्वास्थ्य समिति के स्तर पर एवं जिला प्रशासन द्वारा आवश्यक गाइडलाइन भी जारी किये जा चुके हैं। इस वैश्विक महामारी को एकबार फिर से मात देने के लिए सभी लोगों को प्रशासनिक गाइडलाइन का पालन कर खुद के साथ-साथ राष्ट्रहित में अपनी जिम्मेदारी पूरी कर जिम्मेदार नागरिक बनना चाहिए। 

जिलाधिकारी ने कहा है कि संक्रमण के तीसरे लहर से लड़ने के लिए आवश्यक है कि जिले में शतप्रतिशत टीकाकरण कार्य पूर्ण हो। उन्होंने अधिकारियो को निर्देश देते हुए कहा की सेकेंड डोज को पूरा करते हुए कोविड टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करें। फिलहाल बचाव ही कोरोना महामारी के संक्रमण को रोकने का सबसे बेहतर उपचार है। संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हुई है परंतु अभी भी पूरी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। आपकी छोटी सी लापरवाही संक्रमण बढ़ा सकता है। इसलिए जरूरी है कि सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करें। इस वायरस से बचाव के लिए कुछ बातों का ध्यान रखें। अपना टीकाकरण अवश्य कराएं एवम् मास्क पहनना जारी रखें । साथ ही, शारीरिक दूरी का पालन करने समेत सरकार द्वारा जारी सभी उपायों व निर्देशों का पालन करते रहें एवम् जागरूक रहें। उक्त बातें जिला पदाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने जिले वासियों से अपील करते हुए कही है।







सामाजिक सहयोग भी बेहद जरूरी :


जिला पदाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने बताया, जिले में बढ़ते संक्रमण पर रोकथाम के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग हर आवश्यक कदम उठा रहा है। इसको लेकर प्रतिदिन आवश्यकतानुसार जरूरी निर्णय भी लिए जा रहे हैं। किन्तु, इस वैश्विक महामारी के बढ़ते प्रभाव पर विराम लगाने के लिए सामाजिक सहयोग भी बेहद जरूरी है। मैं जिले वासियों से अपील करता हूं सभी लोग जारी गाइडलाइन का पालन करें और इस वैश्विक महामारी के खिलाफ लडाई में सकारात्मक सहयोग करें। तभी हम इसपर काबू पा सकते हैं और इसे मात देने में सफल हो सकते हैं।


मास्क के लिए जिले में अभियान तेज :


जिले में संक्रमण पर रोकथाम के लिए चल रहे मास्क चेकिंग अभियान को और तेज गति देने के लिए रोको-टोको अभियान का शुरू किया गया है । जिसके तहत जिले में मुख्य बाजार समेत विभिन्न चौक-चौराहे पर अभियान चलाकर मास्क का उपयोग नहीं करने वाले लोगों को इस वैश्विक महामारी से बचाव के लिए मास्क का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया गया और बचाव से संबंधित अन्य आवश्यक उपाय को अपनाने की जानकारी दी गई। ताकि हर हाल में बढ़ते संक्रमण पर विराम संभव हो सके और लोगों को स्थाई निजात मिल सके।


नये वैरिएंट से बचाव हेतु प्रशासन तैयार है।


जिलाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि कोविड-19 संक्रमण के नये वैरिएंट को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। कई देशों में ओमिक्रॉन वैरिएंट का प्रभाव देखने को मिला है। इससे निपटने के लिए हम सभी को तैयार रहना है। सदर अस्पताल में लगभग 63 बेड की व्यवस्था कर ली गई है। जिसमें ऑक्सीजन की व्यवस्था पहले से ही उपलब्ध है। वहीं महेशबथना स्थित कोविड केयर सेंटर में लगभग 93 बेड तथा महिला आईटीआई स्थित डेडीकेटेड कोविड सेंटर में 220,प्रत्येक पीएचसी में 10 , सीएचसी 20 बेड उपलब्ध हैं, जिसमें 06 बेड के साथ वेंटिलेटर की व्यवस्था भी उपलब्ध है। सदर अस्पताल में सभी बेड को ऑक्सीजन सप्लाई के लिए पाइपलाइन से जोड़ दिया गया है। स्वाथ्य विभाग के तमाम अधिकारी एवं कर्मचारियों के साथ हीं नर्स, पारा मेडिकल स्टाफ, आशा, आदि स्वास्थ्य सुविधा बेहतर बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं ।जिले में स्वास्थ्य सुविधा को लेकर कुल 05 सीएचसी, 03 पीएचसी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित 10 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र(एपीएचसी) को क्रियाशील किया गया है। इन सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में चिकित्सक एवं दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।एपीएचसी में एक -एक डॉक्टर के अलावा स्टाफ नर्स की नियुक्ति की गई है। इसके अलावा कोविड से निपटने के लिए एक वर्ष के लिए सात डाक्टरों का नियोजन किया गया है। कोविड और गैर-कोविड दोनों स्वास्थ्य मुद्दों के लिए गुणवत्ता उपचार की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए, दूर दराज के क्षेत्रों में, टेलीमेडिसिन के उपयोग को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दिया गया है। ई-संजीवनी जैसे वेब-आधारित व्यापक टेलीमेडिसिन समाधान का उपयोग जिला में किया जा रहा है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों और पृथक (आइसोलेटेड) समुदायों में भी विशेष स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को जन-जन तक पहुंचाया जा सके।














किशनगंज :संक्रमण से निपटने के लिए जिला प्रशासन तैयार,सतर्कता और सावधानी जरूरी-जिलाधिकारी