नक्सलबाड़ी :कलश स्थापना के साथ दुर्गा माता की पूजा और आराधना शुरू, भक्ति में डूबे श्रद्धालु

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खोरीबाड़ी /चंदन मंडल

दुर्गा माता की पूजा आराधना और नौ दिवसीय का उपासना शारदीय नवरात्रि पर्व गुरुवार को खोरीबाड़ी व नक्सलबाड़ी सहित सीमावर्ती क्षेत्र डांगुजोत , देवीगंज व भातगांव में कलश स्थापना के साथ ही विभिन्न दुर्गा मंदिरों में मां दुर्गा सहित अन्य देवी – देवताओं की पूजा -अर्चना विधिवत शुरु हो गयी। वहीं सीमावर्ती इलाके के डांगुजोत सार्वजनिक दुर्गा मंदिर में हर वर्ष के तरह इस वर्ष भी विधि विधान से कलश स्थापित की गयी।

इससे पहले कलश यात्रा निकाला गया। इसके बाद भारत-नेपाल सीमा के बीच बहने वाली मेची नदी में पूजा- अर्चना के बाद कुंवारी कन्याओं द्वारा कलश में जल भरकर लाया गया और कलश को मंदिर में स्थापित किया गया।पहले दिन गुरुवार को श्रद्धालुओं ने माता के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की आराधना व पूजा-अर्चना की और आराधना में जुट गए।






मां अंबे की पूजा-अर्चना को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह नजर आ रहा है। अलग-अलग स्थानों में इस बार कलश स्थापना करते हुए पूजा-अर्चना प्रारंभ की गई और पुरोहितों द्वारा नवरात्र पाठ भी किया गया । इस दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) को देखते हुए शारीरिक दूरी के नियमों का भी पालन किया जा रहा है। नवरात्र पाठ से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया है।

जगह-जगह पर नवरात्र पाठ सुनाई दे रहे हैं। लोगों ने बड़ी संख्या में अपने-अपने घरों में भी पूजा-अर्चना और कलश स्थापना की है। माता रानी की पूजा-अर्चना कर परिवार की सुख-शांति, समृद्धि और कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर प्रार्थना की जा रही है। पूजा-अर्चना को लेकर कई दिनों से तैयारियां की जा रही थी। हालांकि जिला प्रशासन और सरकार के निर्देश पर इस बार पूजा समितियों द्वारा बड़े पैमाने पर पूजा-अर्चना का आयोजन नहीं किया गया है। फिर भी लोग काफी उत्त्साहित नजर आ रहे हैं।

जगह-जगह पर माता की भक्ति के गीत बज रहे हैं। नौ दिनों तक माता की स्तुति की जाएगी। भक्तों ने माता की पूजा-अर्चना को लेकर अपनी ओर से कोई भी कमी नहीं रखी है। एक अलग ही वातावरण नजर आ रहा है। लोगों में उत्साह का संचार हो चुका है। भक्तिमय वातावरण के बीच पूजा-अर्चना चल रही है। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक में एक समान माहौल नजर आ रहा है।






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