कटिहार के शिक्षक तमीजुद्दीन का निलंबन पुरी तरह अलोकतांत्रिक   – जिला अध्यक्ष,पंकज कुमार 

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तमीजउद्दीन के निलंबन का तुगलकी फरमान अविलंब वापस ले सरकार, अन्यथा होगा आन्दोलन  — जिला महासचिव, अब्दुल बारी

सरकार अविलंब तुगलकी फरमान वापस ले, अन्यथा सड़क से कोर्ट तक घसीटेंगे– अख्तर खान

किशनगंज /प्रतिनिधि

कटिहार के प्रभारी प्रधानाध्यापक तमीजुद्दीन के निलंबन को गंभीरता से लेते हुए बिहार पंचायत-नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष पंकज कुमार ने कहा कि तमीजुद्दीन के निलंबन का फरमान अलोकतांत्रिक है।उन्होंने  सरकार को सख्त लहजे में  चेतावनी देते हुए कहा कि तमीजुद्दीन के निलंबन का तुगलकी फरमान वापस नही लिया गया तो संपूर्ण सूबे बिहार के लाखों शिक्षक सड़कों पे उतर कर सरकार के तानाशाही फरमान का विरोध करेंगे। संघ ने सामूहिक रुप से निर्णय लिया है कि आगामी दिनांक 12 अगस्त को निलंबन के अनैतिक फरमान के विरोध में संपूर्ण जिला के शिक्षक जहाँ भी रहेंगे अपनी बाँह में काला पट्टी बांध कर सांकेतिक विरोध दर्ज करेंगे।






गौरतलब  हो कि वित्तीय वर्ष  2014-2015 और 2015 -2016 में मध्याह्न भोजन योजना अन्तर्गत उपलब्ध कराई गई खाद्यान्न के खाली बोरी का राशि जमा करने का आदेश जिला कार्यक्रम पदाधिकारी,मध्याह्न भोजन योजना कटिहार द्वारा जारी किया गया था। जिसके विरोध में कटिहार के शिक्षक तमीजुद्दीन द्वारा सांकेतिक विरोध के तौर पर सर पे फटा-चिटा बोरा लेकर बाजार भ्रमण किया था।जिसे कई समाचार पत्रों और टीवी चैनल पर दिखाया गया, जिससे विभाग को भारी फजीहत झेलनी पड़ी थी। विभाग की फजीहत होते देख आनन-फानन में विशेष सचिव, शिक्षा विभाग सह निदेशक, मध्याह्न भोजन योजना ने सच्चाई का आइना दिखाने वाले तमीजुद्दीन को निलंबन करने जैसा तुगलकी फरमान जारी कर दिया।

जिला अध्यक्ष ने कहा कि मध्याह्न भोजन योजना अन्तर्गत विद्यालय को उपलब्ध कराई जा रही खाद्यान्न की बोरी को चूहा द्वारा कतर दिया जाता है। जिस वजह से बोरा कोई लेने के लिए तैयार नही होता है। लिहाजा इस तरह का आदेश बिल्कुल ही अव्यवहारिक है। बावजूद सरकार के आदेश का पालन करने के लिए शिक्षक बोरा लेकर बेचने निकलते है तो उससे विभाग की फजीहत होती है। आखिर विभाग इस तरह का बेतुका आदेश ही क्यों निकालती है जिससे विभाग की फजीहत हो। उन्होंने कहा कि विभाग की फजीहत शिक्षक की वजह से नही ऐसे बेतुके आदेश की वजह से हो रहा है। 

इस वर्चुअल बैठक में अब्दुल बारी, सरताज आलम, आशुतोष सक्सेना, अख्तर खाँ, इल्तजा आलम, दिनेश यादव, चंद्र कुमार, श्याम सुंदर, सुधीर कुमार, अब्दुल्लाह, जावेद अख्तर, गाजी मुस्तफा, जितेंद्र कुमार, आलोक सिंह, प्रवेज आलम, अजय पंडित, हरिहर प्र० शर्मा, राजेश पांडे, नुरूल हक, फणीभूषण प्रसाद, राजीत हलदार, उमेश राम, शाहनवाज अख्तर, नृपेंद्र झा, दुर्गेश झा, त्रिपुरारी पाठक, विजय सुमन, चंदन कुमार, मृत्युंजय कुमार, शमीम अख्तर, इस्माईल इमाम इत्यादि जिला एवं प्रखंड स्तरीय संघीय कार्यकर्ता शामिल हुए।






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