लंदन के नागरिक अब चखेंगे नागालैंड की राजा मिर्ची का स्वाद,पहली बार हवाई मार्ग से किंग चिली भेजी गई लंदन 

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देश /एजेंसी 

भारतीय आम , लीची के बाद अब लंदन के लोग भारतीय मिर्ची का स्वाद चखेगे ।मालूम हो की पूर्वोत्तर क्षेत्र के उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नागालैंड के ‘राजा मिर्च’, जिसे किंग चिली भी कहा जाता है,  की एक खेप को आज पहली बार हवाई मार्ग से गुवाहाटी के रास्ते लंदन निर्यात किया गया।वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया कि किंग चिली की इस खेप को स्कोविल हीट यूनिट्स (एसएचयू) के आधार पर दुनिया की सबसे तीखी भी माना जाता है। इस खेप को नागालैंड के पेरेन जिले के एक हिस्से, तेनिंग, से मंगवाया गया था और उसे गुवाहाटी में एपीडा से सहायता प्राप्त पैकहाउस में पैक किया गया था।मालूम हो की नागालैंड की इस मिर्च को भूत जोलोकिया और घोस्ट पेपर भी कहा जाता है। इसे 2008 में जीआई सर्टिफिकेशन मिला था।






बता दे की नागालैंड का किंग चिली सोलानेसी परिवार के शिमला मिर्च की प्रजाति से संबंधित है। नागा राजा मिर्च को दुनिया की सबसे तीखी मिर्च माना गया है और यह एसएचयू के आधार पर दुनिया की सबसे तीखी मिर्च की सूची में शीर्ष पांच में लगातार बनी हुई है।मंत्रालय द्वारा बताया गया की एपीडा पूर्वोत्तर क्षेत्र क्षेत्र पर ध्यान केन्द्रित करना जारी रखेगा और वह पूर्वोत्तर राज्यों को निर्यात मानचित्र पर लाने के लिए प्रचार संबंधी गतिविधियों को अंजाम देता रहा है। 2021 में, एपीडा ने त्रिपुरा के कटहल को लंदन और जर्मनी, असम की नींबू को लंदन, असम के लाल चावल को संयुक्त राज्य अमेरिका और लेटेकु ‘बर्मी ग्रेप’ को दुबई निर्यात करने में मदद की है।वहीं बिहार की लीची और आम का भी निर्यात किया गया था ।






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