बंगाल :मुख्य सचिव के तबादले से नाराज़ सीएम ममता बनर्जी ने खेला बंगाली – गैर बंगाली का दाव ,कहा तुरंत ट्रांसफर ऑर्डर वापस ले केंद्र सरकार

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बंगाल /डेस्क

प्रधानमंत्री जी अगर आप मुझे पैर पकड़ने बोलेंगे तो में पकड़ लूंगी ,लेकिन बंगाल के लोगो से नफ़रत करना छोड़ दीजिए ,उक्त बातें आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पत्रकार वार्ता के दौरान कही ।राज्य के मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय को दिल्ली वापस बुलाए जाने से नाराज़ सीएम ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जम कर निशाना साधा ।सीएम ने कहा कि वो बैठक से प्रधानमंत्री की अनुमति ले कर गई थी क्योंकि मौसम खराब था और उन्हें दीघा में तूफान से हुए क्षति का जायजा लेने जाना था । इसलिए वो मुख्य सचिव के साथ रवाना हो गई ।






लेकिन उसके बाद दिल्ली में बैठे नेताओ और मंत्रियों ने एक स्वर में मेरे खिलाफ अभियान चला कर बदनाम किया ।ममता बनर्जी ने कहा कि मेरी पहली प्राथमिकता बंगाल की जनता है साथ ही उन्होंने सवाल किया कि अन्य राज्यो में जब प्रधानमंत्री बैठक करते है तो वहा विपक्ष के नेता को नहीं बुलाते तब क्यों बंगाल में विपक्ष के नेता को बैठक में बुलाया गया ।बता दे कि शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चक्रवाती तूफान यास से हुए नुकसान को लेकर पीएम द्वारा बुलाए गए समीक्षा बैठक में सीएम ममता बनर्जी आधे घंटे लेट से पहुंची थी और रिपोर्ट सौंपने के तुरंत बाद चली गई थी ।जिसके बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ,सहित कई नेताओं ने सीएम के इस व्यवहार की निंदा की थी और इसे पीएम का अपमान बताया था।

जिसके बाद आज सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल की जनता ने उन्हें पूर्ण बहुमत दिया जिसे प्रधानमंत्री को स्वीकार करना चाहिए । सीएम ने मुख्य सचिव के तबादले को लेकर  बंगाली और गैर बंगाली का दाव भी खेल दिया और कहा कि उनके मुख्य सचिव बंगाली है इसलिए उन्हें वापस बुलाया गया ।जबकि इससे पहले उनके मुख्य सचिव राजीव सिन्हा थे ।ममता बनर्जी ने कहा कि में बंगाली -गैर बंगाली नहीं देखती लेकिन केंद्र सरकार को बांग्ला भाषा बोलने वालो से नफ़रत है ।केंद्र में बंगाल के कई अधिकारी हैं अगर उन्हें वो वापस बुला लेंगी तो कैसा लगेगा हालाकि वो ऐसा नहीं करेंगी ।सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार तुरंत ट्रांसफर ऑर्डर वापस ले ये उनकी मांग है ।






सीएम ने कहा कि इस तरह से मुख्य सचिव को बुलाना आईएएस और आईपीएस अधिकारियों का अपमान है और इससे आईएएस लॉबी भी नाराज़ है ।सीएम ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से 20 हजार करोड़ की मांग के सवाल पर कहा कि उन्होंने नुकसान की  रिपोर्ट सौंपी है ना कि सरकार से मांग किया है ।ममता बनर्जी ने कहा कि पूर्व में भी केंद्र द्वारा कोई मदद सरकार को नहीं किया गया है और उन्हें इस बार भी कोई उम्मीद नहीं है ।






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