किशनगंज /देवाशीष चटर्जी
बहादुरगंज प्रखंड मुख्यालय के सामने चल रहे सौंदर्य करण कार्य को रोकने के लिए नगर के सात अलग अलग वार्डों के वार्ड पार्षद ने नप कार्यपालक पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बहादुरगंज नगर पंचायत कार्यालय के समीप ही बने प्रखंड मुख्यालय परिसर के सामने नगर पंचायत कार्यालय की ओर से किये जा रहे सॉन्द्रीयकर्ण के कार्य में अनियमितता बरतने का आरोप लगाते हुए नगर के सात अलग अलग वार्डों के वार्ड पार्षद के द्वारा नप कार्यपालक पदाधिकारी रामबिलास दास को ज्ञापणक सौंपा गया है।
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए वार्ड पार्षद प्रतिनिधि प्रिंस आजम ने बताया कि नगर कार्यपालक पदाधिकारी रामबिलास दास के द्वारा गलत तरीके से बिना कोई प्रस्ताव लिए हुए ही प्रखंड मुख्यालय परिसर के सामने सॉन्द्रीयकर्ण करवाने का कार्य किया जा रहा है।जिसका न तो कोई वर्क ऑर्डर है और न ही कोई इस्टीमेट।जबकि नगर क्षेत्र में कोई भी योजना सम्बंधित अधिकार जनप्रतिनिधि का है।
वहीं उन्होंने यह भी कहा कि नप कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा नगर क्षेत्र के अलग अलग वार्डों में मुख्यमंत्री शहरी गली-नली योजनाओ को नगर पंचायत में पैसे न रहने का बहाना बनाकर रोककर रखा गया है।जिससे कि नगर क्षेत्र में होने वाले विकास के कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं एवम सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ आमजनो को नही मिल पा रहा है।वहीं अलग अलग वार्डों के सातों पार्षद ने अविलम्ब कार्य को रोकने की मांग नप कार्यपालक पदाधिकारी रामबिलास दास से की है।
वहीं इस संदर्भ में जब नगर मुख्य पार्षद सुमित्रा देवी से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सातों पार्षद के द्वारा जो आरोप नप कार्यपालक के विरुद्ध लगाया गया है वो सरासर निराधार है।शशसक्त कमिटी की बैठक में प्रखंड मुख्यालय के सामने सॉन्द्रीयकर्ण का प्रस्ताव पूर्व में लिया गया था उसी आधार पर कार्य प्रारंभ किया गया है एवम गुणवत्तापूर्ण तरीके से ही कार्य को अंजाम दिया जा रहा है।
वहीं इस संदर्भ में नप कार्यपालक पदाधिकारी रामबिलास दास ने बताया कि सातों पार्षद के द्वारा लगाया गया आरोप बिल्कुल निराधार है।पूर्व में जब जिला पदाधिकारी किशनगंज के माध्यम से प्रखंड मुख्यालय में बैठक किया गया था तब प्रखंड मुख्यालय परिसर के सामने एवम टाउन हॉल के सामने जलजमाव की समस्या को देखते हुए सॉन्द्रीयकर्ण कार्य को करवाने का दिशा निर्देश दिया गया था।तभी शशक्त कमिटी की बैठक में प्रस्ताव लेकर सॉन्द्रीयकर्ण के कार्य को प्रारंभ किया गया है।